
मध्य प्रदेश पुलिस अब 5G नेटवर्क पर काम करेगी, क्योंकि BSNL की धीमी और अनियमित सेवाओं के कारण कामकाज में बाधा आ रही थी। पुलिस विभाग ने फैसला लिया है कि बेहतर और भरोसेमंद कनेक्टिविटी के लिए लगभग 79 हजार सिम कार्ड एयरटेल नेटवर्क में पोर्ट किए जाएंगे। BSNL की सेवा में बार-बार आने वाली तकनीकी समस्याओं से डेटा ट्रांसफर और फाइल शेयरिंग जैसी ज़रूरी प्रक्रियाएं प्रभावित हो रही थीं।
इस फैसले के बाद एक अहम सवाल भी खड़ा हो गया है—जहां एक ओर सरकार BSNL को मजबूत बनाए रखने की बात कर रही है, वहीं दूसरी ओर राज्य की पुलिस व्यवस्था खुद ही BSNL को छोड़कर बेहतर विकल्प की तलाश में आगे बढ़ रही है।

अब Airtel से जुड़ेगी पुलिस नेटवर्किंग
नए कानूनों के तहत अब पुलिस को वीडियो रिकॉर्डिंग, नोटिस भेजने और दस्तावेजों को डिजिटल रूप से साझा करने जैसे कार्य भी करने होते हैं, जिसके लिए तेज़ और स्थिर नेटवर्क की आवश्यकता होती है। इसी को ध्यान में रखते हुए एसएसपी रेडियो विजय खत्री ने सभी यूनिट को निर्देश दिया है कि पुराने सिम कार्ड्स को एयरटेल नेटवर्क में पोर्ट किया जाए। अब पुलिस की सभी सिम कार्ड्स एयरटेल के 5G नेटवर्क पर संचालित होंगी, जिससे कार्यप्रणाली और अधिक प्रभावी हो सकेगी।
BSNL से परेशान MP पुलिस
पुलिस विभाग को BSNL की ओर से मात्र 79 रुपये प्रति माह में 2G–3G डेटा प्लान उपलब्ध कराया जाता था। विभागीय नियमों के अनुसार, सरकारी मोबाइल फोन को कभी स्विच ऑफ या ऑफलाइन नहीं किया जा सकता था।
ऐसे में जब कोई बड़ी फाइल भेजने की ज़रूरत पड़ती, तब तक डेटा खत्म हो चुका होता था। एसआई से लेकर एसपी तक के अधिकारी फाइल भेजने के लिए जूझते रहते। कई बार एफआईआर दर्ज करना आसान होता, लेकिन उसे संबंधित अधिकारी तक फॉरवर्ड करना ही सबसे बड़ा चुनौतीपूर्ण काम बन जाता था।