मध्यप्रदेश विधानसभा का आगामी मानसून सत्र 28 जुलाई से प्रारंभ होकर 8 अगस्त तक चलेगा। इस सत्र की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं और जल्द ही विधानसभा सचिवालय की ओर से इसकी आधिकारिक अधिसूचना जारी कर दी जाएगी। इस दौरान राज्य सरकार न केवल महत्वपूर्ण विधेयकों को सदन में प्रस्तुत करेगी, बल्कि वित्तीय दृष्टि से अहम पहला अनुपूरक बजट भी सदन में लाया जाएगा, जिसे पारित कराने की प्रक्रिया इस सत्र में पूरी की जाएगी।
सत्र की तैयारियों को लेकर हाल ही में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर से उनके निवास पर मुलाकात की थी। यह बैठक सत्र के एजेंडे और समय-सीमा को लेकर अंतिम रूप देने के उद्देश्य से आयोजित की गई थी। चर्चा के बाद सत्र आह्वान के लिए राज्यपाल की मंजूरी प्राप्त की गई है। अनुमान है कि एक से दो दिन में सचिवालय इसकी अधिकारिक अधिसूचना जारी करेगा। इस सत्र में कुल दस बैठकें आयोजित होने की संभावना जताई जा रही है।

पिछले साल की तुलना में इस बार देरी से शुरू हो रहा सत्र
गौरतलब है कि वर्ष 2023 में मानसून सत्र की शुरुआत 1 जुलाई को हुई थी और इसे 19 जुलाई तक चलना था। हालांकि, यह सत्र निर्धारित समय से पहले ही समाप्त हो गया था। उस समय कुल 14 बैठकें प्रस्तावित थीं।
मार्च 2024 में लोकसभा चुनावों के कारण राज्य सरकार अपना वार्षिक बजट पेश नहीं कर सकी थी। इसी कारण जुलाई 2024 में आयोजित विशेष सत्र में 3 जुलाई को सरकार ने पूर्ण बजट प्रस्तुत किया था। इससे पहले फरवरी माह में लेखानुदान पारित कर सरकार ने चार माह के खर्च का प्रबंध किया था।
सत्र के दौरान सरकार की प्राथमिकताएं
इस बार का मानसून सत्र कई दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण माना जा रहा है। अनुपूरक बजट के माध्यम से सरकार विभिन्न विकास योजनाओं व नीतिगत फैसलों के लिए अतिरिक्त वित्तीय प्रावधान करेगी। इसके अलावा, जिन विधेयकों को पारित किया जाना है, वे भी आगामी नीति-निर्माण की दिशा में अहम भूमिका निभाएंगे।