इंदौर शहर देश का सबसे स्वच्छ शहर है। इंदौर शहर ने लगातार की विकास के नए मुकाम हासिल कर लिए हैं। अब यहां मेट्रो ट्रेन के बाद में मेट्रोपॉलिटन सिटी बनाने को लेकर तैयारियां चल रही है। केंद्र सरकार के रेल मंत्रालय की तरफ से रेलवे लाइन का एक बहुत बड़ा नेटवर्क तैयार किया जा रहा है। जिसकी तैयारियां जोरों शोरों से चल रही है। आने वाले कुछ ही सालों में इंदौर शहर एक नया मुकाम हासिल करेगा। आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
5 सालों में तैयार होगा रेलवे नेटवर्क का सबसे समृद्ध रूट
आने वाले कुछ सालों में देश में कई चीजों में बहुत बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। जहां एक तरफ आजादी के बाद से ही रेलवे के डेड एंड के रूप में पहचाने जाने वाला मालवा निमाड़ अंचल में अगले केवल 5 सालों में ही रेलवे नेटवर्क का सबसे समृद्ध रूट माना जाएगा। अंचल के मुख्य इंदौर केंद्र के एक साथ 6 दिशाओं में ट्रेनों की गति देने के लिए रेलवे की लगभग 4000 करोड़ की परियोजना पर बहुत ही जोरों शोरों से कार्य चल रहा है।
इसके साथ ही इंदौर को गुजरात और राजस्थान के साथ महाराष्ट्र से जोड़ दिया जाएगा। वही आगरा और मुंबई मार्ग भी इसी इलाके से होकर निकलता है। नेटवर्क का विस्तार तेजी से हो रहा है। जहां रेलवे नेटवर्क का विस्तार न होने की वजह से लोग सड़कों से सफर कर रहे थे। वहां अब रेल मंत्रालय ने व्यावसायिक दृष्टि से समृद्ध होते ही रेलवे नेटवर्क को और ज्यादा बढ़ाने का निर्णय लिया है।
इंदौर रेलवे स्टेशन का बदलेगा नक्शा
इंदौर रेलवे स्टेशन का अब नक्शा बदल दिया जाएगा। इंदौर रेलवे स्टेशन को 400 करोड़ की लागत लगाकर तैयार किया जाना है। जिस तरह इंदौर का एयरपोर्ट तैयार किया गया है इस तरह अब रेलवे स्टेशन भी नए अवतार में नजर आएगा।
इंदौर खंडवा लाइन पर 48KM लंबा ब्रॉड गेज ट्रैक हो रहा तैयार
इंदौर से लेकर खंडवा तक का रूट तैयार किया जा रहा है। यहां पर इंदौर से लेकर खंडवा के बीच में लगभग 48 किलोमीटर लंबा ब्रॉड गेज ट्रैक बिछाया जा रहा है। इसमें से लगभग 32 किलोमीटर लंबा ट्रैक पहाड़ी क्षेत्र से निकलेगा और इसमें लगभग 454 हेक्टेयर जमीन वन विभाग की है जिस पर रेल मंत्रालय ट्रैक बिछाने की अनुमति के लिए मांग कर रहा था जिसको आप मंजूरी मिल चुकी है। इसीलिए से जल्द ही तैयार किया जाएगा।
इंदौर मनमाड़ रेलवे लाइन की जा रही तैयार
इंदौर से लेकर मनवाड़ के लिए मंजूरी मिल चुकी हुई रेल परियोजना जो कि मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के लगभग 6 जिलों के पर जा चुकी है और अब 309 किलोमीटर के क्षेत्र में तैयार करने की कगार पर कार्य चल रहा है। इस परियोजना का निरीक्षण स्वयं पीएमओ द्वारा किया जा रहा है। इस योजना को लगभग भूमि अधिग्रहण के लिए लगभग 267 करोड़ रूपए की मंजूरी मिल चुकी है। इस परियोजना के स्वीकृत होने के चलते इंदौर से मुंबई केवल 568 किलोमीटर रह जाएगा जो कि फिलहाल 840 किलोमीटर है। इसके बाद इंदौर से मुंबई का सफर केवल 8 घंटे में तय किया जा सकेगा।
इंदौर दाहोद रेल परियोजना पर चल रहा कार्य
इंदौर से लेकर गुजरात के दाहोद के लिए लगभग 204 किलोमीटर लंबी परियोजना का कार्य बहुत ही जोरों शोरों से चलता नजर आ रहा है। यह रेल लाइन इंदौर से धार झाबुआ होते हुए गुजरात पहुंचेगी। इसके लिए टीवी पीथमपुर टनल का निर्माण कार्य भी पूरा कर लिया गया है। अब ऐसे में यहां पर पटरी बिछाई जा रही है। इस योजना के चलते इंदौर से औद्योगिक केंद्र पीतमपुर और सागर के साथ गुणावद भी रेलवे नेटवर्क से जुड़ जाएगा जो की बहुत अच्छा साबित होगा।
1600 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण होना बाकी
बीते 3 सालों से जहां एक और घोषणा कर दिए गए इंदौर बुधनी प्रोजेक्ट को लेकर अब कार्य तेजी के साथ चल रहा है। फिलहाल रेल लाइन के लिए 1600 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण होना बाकी है अभी राशि भी स्वीकृत होना बाकी है। अगर यह रेलवे लाइन बन जाती है तो ऐसे में जबलपुर की दूरी 68 किलोमीटर घट जाएगी।
इंदौर से फतेहाबाद रेल परियोजना को मिली सहमति
इंदौर से लेकर उज्जैन से गुजरते हुए फतेहाबाद के लिए गेज कन्वर्जन का काम होने के साथ ही परियोजना को साकार करने की सहमति मिल चुकी है। जिससे फतेहाबाद रतलाम सिंगल रेलवे लाइन को डबल रेलवे लाइन में तैयार करने का काम चल रहा है। यह लगभग 116 किलोमीटर लंबे क्षेत्र में 1762 करोड़ रुपए का खर्चा आएगा।
इंदौर देवास शाजापुर प्रोजेक्ट
अब बात करते रेलवे की अमृत भारत प्रोजेक्ट के चलते देवास और शाहजहांपुर स्टेशन को विकसित करने की तैयारी में लगे हैं। इसके साथ ही इंदौर के इस रूट पर दोहरीकरण का काम तेजी के साथ किया जा रहा है। अगर यह लाइन विकसित हो जाती है तो इससे इंदौर, गुना, ग्वालियर होते हुए दिल्ली और राजस्थान की तरफ जाना बहुत ही आसान हो जाएगा। जोकि लोगो के लिए बहुत ही आसान सफर होगा।