मोहन सरकार से पंगा लेकर जीतू पटवारी ने कराई अपनी किरकिरी

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By Raj RathorePublished On: December 30, 2025

मध्यप्रदेश की राजनीति में सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट करना कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के लिए मुसीबत का सबब बन गया है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की सरकार को घेरने की कोशिश में पटवारी खुद ही घिरते नजर आ रहे हैं। मामला मेट्रोपॉलिटन क्षेत्र के गठन से जुड़ी एक अधिसूचना और उससे संबंधित वीडियो का है।

दरअसल, जीतू पटवारी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में Twitter) पर एक वीडियो साझा किया था। इस वीडियो के आधार पर उन्होंने राज्य सरकार की मंशा पर सवाल उठाए थे। हालांकि, भाजपा ने यह साबित कर दिया है कि यह वीडियो आधा-अधूरा था और संदर्भ से काटकर पेश किया गया था। इस ‘अधूरे ज्ञान’ के प्रदर्शन के बाद भाजपा ने कांग्रेस अध्यक्ष पर तीखा हमला बोला है।

भाजपा का पलटवार

सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने जीतू पटवारी की पोस्ट पर तत्काल प्रतिक्रिया दी। भाजपा प्रवक्ताओं और नेताओं ने सवाल दागा कि आखिर जीतू पटवारी को विकास कार्यों या प्रशासनिक फैसलों से क्या तकलीफ है? पार्टी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के पास अब उठाने के लिए कोई वास्तविक मुद्दा नहीं बचा है, इसलिए वे भ्रामक और अधूरे तथ्यों का सहारा ले रहे हैं।

 

 

किरकिरी के बाद उठे सवाल

इस घटनाक्रम ने एक बार फिर कांग्रेस की सोशल मीडिया रणनीति पर सवाल खड़े कर दिए हैं। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि बिना पूरी पड़ताल के सरकार पर हमलावर होना विपक्ष के लिए ही नुकसानदेह साबित हो रहा है। भाजपा ने इसे कांग्रेस की हताशा बताया है। उनका कहना है कि मुद्दों के अभाव में कांग्रेस अध्यक्ष अब आधे-अधूरे वीडियो का सहारा ले रहे हैं, जिसका जवाब देना अब उनके लिए ही मुश्किल हो रहा है।

मेट्रोपॉलिटन क्षेत्र का विवाद

विवाद की जड़ में मेट्रोपॉलिटन एरिया के गठन को लेकर जारी की गई अधिसूचना है। जीतू पटवारी ने इसे लेकर सरकार की आलोचना की थी, लेकिन भाजपा ने स्पष्ट किया कि यह प्रक्रिया नियमानुसार और जनहित में है। भाजपा ने तंज कसते हुए कहा कि अधूरे तथ्यों के आधार पर राजनीति करने से केवल अपनी ही साख गिरती है, जैसा कि इस मामले में जीतू पटवारी के साथ हुआ है।

फिलहाल, इस मुद्दे पर कांग्रेस बैकफुट पर नजर आ रही है, जबकि भाजपा ने इसे अपनी आक्रामक रणनीति का हिस्सा बना लिया है। सोशल मीडिया पर भी यूजर्स इस मुद्दे पर कांग्रेस अध्यक्ष को ट्रोल करते नजर आए, जिससे उनकी सियासी किरकिरी और बढ़ गई है।