इंदौर पुलिस की अनोखी पहल, लाठी-बंदूक की जगह हाथ में झाड़ू लेकर थाने की सफाई में जुटे अधिकारी

इंदौर को फिर से स्वच्छता में नंबर वन बनाने के प्रयास में पुलिसकर्मियों ने भी योगदान दिया। उन्होंने लाठी-बंदूक छोड़कर थाना परिसर की सफाई की और स्वच्छता अभियान में सक्रिय भाग लिया।

इंदौर को आठवीं बार स्वच्छता में नंबर वन बनाने के लिए शहरवासी एक बार फिर एकजुट हो गए हैं। इस मुहिम में सरकारी कर्मचारी भी पीछे नहीं हैं। मंगलवार को पुलिसकर्मियों ने अपनी लाठी-बंदूक एक ओर रखकर झाड़ू उठा ली। उन्होंने थाना परिसर में जमी हुई लंबे समय की धूल को साफ किया और पूरे थाने को स्वच्छ व चमकदार बना दिया।

मंगलवार सुबह बाणगंगा थाने में पार्षद सोनाली बिज्जु परमार और थाना प्रभारी सियाराम गुर्जर पहुंचे। इसके बाद पुलिसकर्मियों ने झाड़ू उठाकर सफाई अभियान शुरू किया। करीब डेढ़ घंटे तक चले इस अभियान में पूरे थाना परिसर को साफ-सुथरा बनाया गया। थाने के बोर्ड पर जमी धूल भी कर्मचारियों ने साफ की। सफाई कार्य पूर्ण होने के बाद सभी ने स्वच्छता बनाए रखने की शपथ ली।

ड्रेनेज में रसायनिक कचरा छोड़ने पर एक लाख का जुर्माना

नगर निगम ने स्वच्छता को लेकर कड़ा रुख अपनाते हुए गंदगी फैलाने वाले संस्थानों पर कार्रवाई शुरू कर दी है। मंगलवार को एक फैक्टरी द्वारा सीवरेज में केमिकल युक्त कचरा छोड़ने पर एक लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया। नगर निगम प्रशासन ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई कर रही है।

इंदौर पुलिस की अनोखी पहल, लाठी-बंदूक की जगह हाथ में झाड़ू लेकर थाने की सफाई में जुटे अधिकारी

पालदा क्षेत्र की एक फैक्टरी के खिलाफ शिकायत मिली थी कि वहां से केमिकल युक्त कचरा सीधे ड्रेनेज में छोड़ा जा रहा है। जांच में शिकायत सही पाए जाने पर फैक्टरी संचालक पर एक लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया। वहीं, खजराना में आयोजित ऊर्स मेले में गंदगी फैलाने के कारण 51 हजार रुपये का जुर्माना वसूला गया।