Indore News : मध्य प्रदेश में सड़क सुरक्षा और यातायात को सुगम बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण फैसला लिया गया है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने निर्माणाधीन इंदौर-अहमदाबाद नेशनल हाईवे पर तीन नए ओवरब्रिज बनाने की मंजूरी दे दी है। ये तीनों ओवरब्रिज 6-6 लेन के होंगे और इनके निर्माण पर करीब 100 करोड़ रुपये की राशि खर्च की जाएगी।
यह परियोजना विशेष रूप से हाईवे के धार रोड स्थित उन हिस्सों पर केंद्रित है, जिन्हें हादसों के लिए संवेदनशील (एक्सीडेंट स्पॉट) के रूप में चिन्हित किया गया है। इन ओवरब्रिज के बनने से न केवल ट्रैफिक जाम से राहत मिलेगी, बल्कि घातक सड़क दुर्घटनाओं में भी कमी आने की उम्मीद है।
क्यों पड़ी ओवरब्रिज की जरूरत?
इंदौर-अहमदाबाद नेशनल हाईवे एक प्रमुख आर्थिक गलियारा है, जिसका निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। इस हाईवे के बनने से इंदौर और अहमदाबाद के बीच की दूरी और यात्रा का समय काफी कम हो जाएगा। हालांकि, धार रोड पर कुछ ऐसे जंक्शन और चौराहे हैं, जहां तेज रफ्तार ट्रैफिक और स्थानीय यातायात के मिलने से हादसों का खतरा बना रहता है।
प्रशासन और NHAI ने इन स्थानों को ‘ब्लैक स्पॉट’ के तौर पर पहचाना है। इन्हीं जगहों पर ट्रैफिक को बिना किसी रुकावट के निकालने और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ओवरब्रिज बनाने का निर्णय लिया गया है। यह एक स्थायी समाधान है जो भविष्य में बढ़ते यातायात के दबाव को भी संभालने में सक्षम होगा।
परियोजना की मुख्य बातें
इस महत्वपूर्ण परियोजना के तहत धार रोड पर तीन प्रमुख स्थानों पर ओवरब्रिज का निर्माण किया जाएगा। प्रत्येक ओवरब्रिज छह लेन का होगा, ताकि वाहनों की आवाजाही सुचारू रूप से हो सके। इस पूरे प्रोजेक्ट के लिए लगभग 100 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत किया गया है। NHAI, जो इस पूरे हाईवे का निर्माण कर रहा है, वही इन ओवरब्रिजों के निर्माण की जिम्मेदारी भी संभालेगा। प्राधिकरण जल्द ही इसके लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू करने की तैयारी में है।
स्थानीय लोगों को मिलेगी बड़ी राहत
इन ओवरब्रिजों के निर्माण से सबसे ज्यादा फायदा स्थानीय निवासियों और दैनिक यात्रियों को होगा। धार रोड पर अक्सर लगने वाले जाम से उन्हें मुक्ति मिलेगी। इसके अलावा, हाईवे पर लंबी दूरी की यात्रा करने वाले वाहनों को भी बिना रुके तेज गति से निकलने का रास्ता मिलेगा, जिससे यात्रा का समय और ईंधन दोनों की बचत होगी। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इन एक्सीडेंट स्पॉट्स पर हादसों की संख्या में भारी कमी आने की पूरी संभावना है, जिससे कई कीमती जानें बचाई जा सकेंगी।










