इंदौर में बनेगा ऑक्सीजन गार्डन, मंत्री सिलावट-कलेक्टर ने लिया जायजा, सीएम यादव और सिंधिया 14 सितंबर को करेंगे पौधारोपण

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By Abhishek SinghPublished On: September 11, 2025

मध्य प्रदेश का पहला ऑक्सीजन गार्डन इंदौर के कनाडिया क्षेत्र में विकसित हो रहा है। इसमें ऑक्सीजन देने वाली प्रजातियों के एक लाख से ज्यादा पौधे लगाए जाएंगे। इसका शुभारंभ 14 सितंबर को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया करेंगे।


इस मौके पर एक भव्य कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा, जिसकी तैयारियां जोरों पर हैं। जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट और कलेक्टर शिवम वर्मा ने आज स्थल पर पहुंचकर व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया।

“एक पेड़ मां के नाम” अभियान में होगा गार्डन का शिलान्यास

जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संकल्प को साकार करने के उद्देश्य से विकसित इस गार्डन में 14 सितंबर को मुख्यमंत्री डॉ. यादव और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया “एक पेड़ मां के नाम” अभियान के तहत पौधारोपण करेंगे। इसके साथ ही ‘एक बगिया मां के नाम’ परियोजना के तहत अतिथियों द्वारा यहां फलदार पौधों का भी रोपण किया जाएगा।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पर्यावरण संरक्षण और हरित भारत के संकल्प के तहत देशभर में ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के अंतर्गत 141 करोड़ पौधों के रोपण का लक्ष्य रखा गया है। मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में पूरे प्रदेश में इस संकल्प को वास्तविक रूप दिया जा रहा है।

मंत्री सिलावट ने अधिकारीयों के साथ की बैठक

जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने इस अभियान को सफल बनाने के लिए अधिकारियों के साथ बैठक भी की। मंत्री सिलावट ने कनाडिया जाकर संबंधित पहाड़ी का निरीक्षण किया और कार्यक्रम की प्रस्तावित तैयारियों का जायजा लिया।

लगेंगे 1 लाख पौधे

जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने बताया कि इंदौर के कनाडिया क्षेत्र स्थित गुलमर्ग परिसर के पीछे 28 बीघा पहाड़ी क्षेत्र में एक लाख पौधों का रोपण किया जाएगा। यह क्षेत्र हरियाली से घिरकर इंदौर का प्रमुख पर्यावरणीय केंद्र बन जाएगा। प्रदेश में पहली बार ऑक्सीजन गार्डन की संकल्पना को वास्तविक रूप दिया जा रहा है, जो शुद्ध वायु और नागरिकों के स्वास्थ्य के लिए वरदान साबित होगी।

इस पहाड़ी परिसर में ऑक्सीजन उद्यान के रूप में विकसित करने के लिए विभिन्न प्रजातियों के पौधे लगाए जाएंगे। इस अभियान को जन आंदोलन के रूप में आगे बढ़ाया जाएगा, जिसमें इंदौर के प्रबुद्धजन, पद्मश्री और पद्मभूषण सम्मानित व्यक्तित्व, व्यापारी संगठन, समाजसेवी, धर्मगुरु, किसान संगठन और जनप्रतिनिधि सहयोग देंगे।

यह पहल न केवल पर्यावरण संरक्षण की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी, बल्कि भावी पीढ़ियों को सुरक्षित और स्वच्छ जीवन देने के लिए भी ऐतिहासिक कदम साबित होगी।