कौन हैं इंदौर की भामिनि राठी? सिविल जज परीक्षा-2022 में रचा इतिहास, हासिल किया पहला स्थान

Author Picture
By Raj RathorePublished On: November 13, 2025

MP Civil Judge Result: मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय ने बहुप्रतीक्षित सिविल जज, जूनियर डिवीजन (प्रवेश स्तर) परीक्षा-2022 का अंतिम परिणाम जारी कर दिया है। इस प्रतिष्ठित परीक्षा में इंदौर की रहने वाली भामिनी राठी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए पूरे प्रदेश में सर्वोच्च स्थान प्राप्त किया है। उन्होंने सामान्य वर्ग में पहला स्थान हासिल कर यह उपलब्धि अपने नाम की।



यह परिणाम मध्य प्रदेश के उन हजारों विधि स्नातकों के लिए महत्वपूर्ण है जो न्यायिक सेवा में अपना करियर बनाना चाहते हैं। परीक्षा के अंतिम नतीजे आने के बाद सफल उम्मीदवारों और उनके परिवारों में खुशी का माहौल है। भामिनी की इस सफलता ने एक बार फिर इंदौर का नाम रोशन किया है।

न्यायिक परिवार से हैं टॉपर भामिनी राठी

भामिनी राठी एक न्यायिक पृष्ठभूमि वाले परिवार से आती हैं। उनके पिता श्री अजय राठी भी एक वरिष्ठ न्यायाधीश हैं और वर्तमान में इंदौर में ही पदस्थ हैं। पिता के मार्गदर्शन और अपनी कड़ी मेहनत के दम पर भामिनी ने यह मुकाम हासिल किया है। उनकी इस सफलता को उनकी पारिवारिक पृष्ठभूमि से भी प्रेरणा के रूप में देखा जा रहा है। बताया जाता है कि भामिनी ने अपनी कानून की पढ़ाई एक प्रतिष्ठित नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी से पूरी की है और पहले प्रयास में ही यह सफलता हासिल की।

टॉपर्स की सूची में इन्होंने भी बनाई जगह

मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित इस परीक्षा में शीर्ष स्थान पर भामिनी राठी रहीं। वहीं, टॉपर्स की सूची में अन्य मेधावी छात्रों ने भी अपनी जगह बनाई है।

परीक्षा में दूसरा स्थान तन्मयी शुक्ला ने हासिल किया है, जबकि तीसरा स्थान आयुषी जैन को मिला है। ओबीसी वर्ग में अंजलि पांडे ने टॉप किया है। इन सभी सफल उम्मीदवारों ने अपनी लगन और मेहनत से न्यायिक सेवा में प्रवेश का मार्ग प्रशस्त किया है।

तीन चरणों में होती है सिविल जज की परीक्षा

मध्य प्रदेश में सिविल जज बनने की प्रक्रिया काफी चुनौतीपूर्ण होती है और यह तीन मुख्य चरणों में पूरी होती है।

1. प्रारंभिक परीक्षा (Prelims): यह एक ऑब्जेक्टिव टाइप परीक्षा होती है, जिसमें कानून और सामान्य ज्ञान से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं। इसे पास करने वाले उम्मीदवार ही मुख्य परीक्षा के लिए योग्य होते हैं।

2. मुख्य परीक्षा (Mains): यह एक लिखित परीक्षा होती है, जिसमें कानून के विभिन्न विषयों पर विस्तृत उत्तर लिखने होते हैं। इसमें उम्मीदवारों के कानूनी ज्ञान और लेखन कौशल का मूल्यांकन होता है।

3. साक्षात्कार (Interview): मुख्य परीक्षा में सफल होने वाले उम्मीदवारों को साक्षात्कार के लिए बुलाया जाता है। इसमें उम्मीदवारों के व्यक्तित्व, आत्मविश्वास और कानूनी समझ का आकलन किया जाता है।

इन तीनों चरणों को सफलतापूर्वक पार करने के बाद अंतिम मेरिट लिस्ट तैयार की जाती है, जिसके आधार पर उम्मीदवारों का चयन सिविल जज के पद पर होता है। इस वर्ष भी हजारों उम्मीदवारों ने इन चरणों में अपनी किस्मत आजमाई थी, जिनमें से कुछ ही अंतिम रूप से सफल हो पाए।