इंदौर के ऐतिहासिक राजवाड़ा में आज सुबह 11:30 बजे से मध्यप्रदेश मंत्रिमंडल की बैठक आयोजित की जाएगी। बैठक के लिए गणेश हॉल को विशेष रूप से सजाया गया है। इससे पहले मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव सुबह 10:15 बजे लालबाग पैलेस पहुंचेंगे, जहां उनका भव्य स्वागत किया जाएगा।
इस कैबिनेट बैठक का एक प्रमुख एजेंडा भोपाल और इंदौर को मिलाकर मेट्रोपॉलिटन क्षेत्र का गठन करना है। इसके लिए एक नया अधिनियम तैयार किया गया है, जिस पर चर्चा के बाद इसे विधानसभा के मानसून सत्र में पेश किया जाएगा। इस प्रस्ताव के पास होते ही मध्यप्रदेश को दिल्ली और मुंबई की तरह एक संगठित महानगरीय क्षेत्र मिल जाएगा, जहां इकोनॉमिक कॉरिडोर, ट्रांसपोर्ट हब और औद्योगिक विकास को प्राथमिकता दी जाएगी।

ओंकारेश्वर में आध्यात्मिक केंद्र का विस्तार
बैठक में ओंकारेश्वर में बनने वाले अद्वैत धाम प्रोजेक्ट को भी मंजूरी मिलने की संभावना है, जिसकी अनुमानित लागत करीब 2200 करोड़ रुपये है। यह स्थान पहले से ही धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्त्वपूर्ण है, जहां एक ज्योतिर्लिंग स्थित है और आदि गुरु शंकराचार्य की स्मृति भी जुड़ी हुई है। देवी अहिल्या बाई के धार्मिक संरक्षण कार्यों की परंपरा को आगे बढ़ाते हुए यह परियोजना प्रस्तावित की गई है।
मेडिकल सुविधाओं में बड़ा सुधार
स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में भी अहम निर्णय लिए जा सकते हैं। खासकर उन मेडिकल कॉलेजों के लिए जो स्थान की कमी या अवसंरचना समस्याओं से जूझ रहे हैं। नए भवनों की मंजूरी और अस्पतालों के उन्नयन से जनता को सीधे लाभ मिलने की उम्मीद है।
विजन डाक्यूमेंट पर किया जाएगा मंथन
बैठक के बाद मुख्यमंत्री और वरिष्ठ अधिकारियों के बीच प्रदेश के दीर्घकालिक विकास से जुड़े विजन डॉक्यूमेंट पर गहन विचार-विमर्श होगा। इसका उद्देश्य प्रदेश को आर्थिक, सामाजिक और बुनियादी सुविधाओं के स्तर पर नई ऊंचाइयों तक पहुंचाना है।
डेस्टिनेशन कैबिनेट का सिलसिला जारी
यह मोहन सरकार की तीसरी डेस्टिनेशन कैबिनेट है, जिसमें ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टि से महत्त्वपूर्ण स्थानों पर बैठकें की जाती हैं। इससे पहले सिंग्रामपुर और महेश्वर में ऐसी बैठकें हो चुकी हैं। कुल 37 ऐसी बैठकें प्रस्तावित हैं, जिनमें अगली 3 जून को पचमढ़ी में होगी। इन बैठकों का उद्देश्य प्रदेश की ऐतिहासिक और धार्मिक विरासत से गहराई से जुड़ना और योजनाओं में उसे समाहित करना है।