Indore News : मध्य प्रदेश के आर्थिक राजधानी कहे जाने वाले इंदौर में आज 7 मई को भारत-पाकिस्तान के संभावित युद्ध जैसे हालातों के मद्देनज़र मॉकड्रिल का आयोजन किया जाएगा। इस मॉकड्रिल के तहत पहली बार पूरे शहर में सायरन बजेगा, जो लोगों को सतर्क करने और आपात स्थिति में व्यवहार कैसे किया जाए, यह समझाने का कार्य करेगा। यह प्रक्रिया देश के अन्य जिलों की तरह इंदौर में भी दो चरणों में की जाएगी। इस संबंध में कलेक्टर आशीष सिंह ने सभी अधिकारियों के साथ बैठक कर दिशा-निर्देश तय किए, और उसके पश्चात राज्य शासन के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर आवश्यक निर्देश प्राप्त किए।
मीडिया से चर्चा करते हुए कलेक्टर आशीष सिंह ने स्पष्ट किया कि यह मॉकड्रिल केवल सुरक्षा और जागरूकता के उद्देश्यों से की जा रही है, और जनता को इससे डरने की बिल्कुल आवश्यकता नहीं है। यह अभ्यास इसलिए किया जा रहा है ताकि किसी भी आपात स्थिति में प्रशासन और आम नागरिक तैयार रहें।

पहला चरण: आपात स्थितियों में बचाव कार्य की तैयारी
मॉकड्रिल का पहला चरण शाम 4 बजे शुरू होगा जिसमें तीन प्रमुख प्रकार की सुरक्षा एक्सरसाइज की जाएंगी:
- आग लगने की स्थिति में बचाव अभ्यास: किसी भवन में आग लगने की स्थिति को दर्शाकर यह अभ्यास किया जाएगा कि रेस्क्यू और सर्च ऑपरेशन कैसे किए जाएं।
- हमले के बाद भवन क्षति पर रेस्क्यू: यदि कोई बिल्डिंग हमले के कारण क्षतिग्रस्त हो जाए, तो ऐसे हालात में लोगों को सुरक्षित निकालने की प्रक्रिया को दर्शाया जाएगा।
- खतरनाक क्षेत्र से सुरक्षित निकासी: किसी इलाके में खतरे की स्थिति बनने पर वहां से लोगों को कैसे सुरक्षित बंकरों या स्थानों तक पहुंचाया जाए, इसका प्रदर्शन किया जाएगा।
दूसरा चरण: शाम 7:30 बजे से ब्लैकआउट मॉकड्रिल
मॉकड्रिल का दूसरा चरण ‘ब्लैकआउट’ होगा, जो शाम 7:30 बजे से 7:42 बजे तक चलेगा। इसमें विशेष निर्देश जारी किए गए हैं:
- ब्लैकआउट की शुरुआत: शाम 6:30 बजे से ट्रैफिक व्यवस्था में बदलाव लागू हो जाएंगे, और 7:30 बजे से पूरे शहर में ब्लैकआउट लागू होगा।
- वाहनों की स्थिति: ब्लैकआउट के दौरान सभी प्रकार के वाहन ट्रक, बस, बीआरटीएस, ऑटो, टू-व्हीलर, कार, ई-रिक्शा आदि जहाँ हैं वहीं रुक जाएंगे और अपनी हेडलाइट्स बंद कर देंगे।
- प्रवेश मार्गों पर नियंत्रण: शिप्रा टोल, राऊ सर्कल, चंदन नगर, तेजाजीनगर, गांधी नगर जैसे सभी प्रमुख प्रवेश बिंदुओं से आने वाले वाहनों को भी वहीं रुकने का निर्देश दिया गया है।
- फूड डिलीवरी और टैक्सी सेवाओं पर रोक: ब्लैकआउट के समय स्विगी, ज़ोमैटो जैसी फूड डिलीवरी सेवाएं और ओला, उबर, रैपिडो जैसी टैक्सी सेवाएं पूरी तरह से बंद रहेंगी।
- इमरजेंसी सेवाओं को छूट: केवल एम्बुलेंस, फायर ब्रिगेड और पुलिस वाहनों को इस दौरान छूट दी गई है, ताकि आपातकालीन सेवाएं निर्बाध रूप से जारी रह सकें।