शहर के विकास कार्यों पर निर्णय लेने के लिए मंगलवार को महापौर पुष्यमित्र भार्गव की अध्यक्षता में महापौर परिषद की बैठक आयोजित की गई। करीब तीन घंटे चली इस बैठक में बीआरटीएस की जगह नए डिवाइडर निर्माण के लिए तीन अलग-अलग एजेंसियों को स्वीकृति दी गई। इसके साथ ही शहर के तीन स्थानों पर फुटओवर ब्रिज बनाने के प्रस्ताव को भी मंजूरी प्रदान की गई।
तीन इमली, ओल्ड जीडीसी और आरएनटी मार्ग पर विश्वविद्यालय के सामने फुटओवर ब्रिज निर्माण की मंजूरी दी गई है, ताकि पैदल यात्रियों को सड़क पार करने में हो रही परेशानी दूर हो सके। बैठक में महाराजा कॉम्प्लेक्स, सरवटे बस स्टैंड और सत्य सांई स्कूल के सामने मौजूद निगम की पार्किंग को पीपीपी मोड पर देने का प्रस्ताव भी रखा गया, लेकिन इस पर सहमति नहीं बन सकी। एमआईसी सदस्यों ने तर्क दिया कि इन पार्किंगों के विकास पर निगम का निवेश हुआ है, इसलिए इन्हें पीपीपी मोड में देने के बजाय नगर निगम द्वारा ही संचालित किया जाना चाहिए।
दिव्यांगजनों के लिए नई नीति
एमआईसी बैठक में दिव्यांगजनों के लिए अनुदान राशि, ट्रायसिकल और अन्य आवश्यक उपकरणों के वितरण से संबंधित नियम तैयार करने का फैसला लिया गया। बैठक में शहर की कॉलोनियों और मोहल्लों में सड़क पर बने गड्ढों के पेचवर्क का मुद्दा भी सामने आया, जिस पर जल्द कार्य शुरू करने की बात कही गई। इसके साथ ही सिरपुर तालाब स्थित वाटर टावर तक नई सड़क निर्माण के प्रस्ताव को भी मंजूरी प्रदान की गई।
पार्किंग शुल्क की जांच की मांग
बैठक के दौरान महापौर परिषद सदस्य राजेश उदावत ने सुझाव दिया कि वाहन पंजीकरण के समय वसूले जाने वाले पार्किंग शुल्क की जांच आवश्यक है। उन्होंने कहा कि निगम की पार्किंग को पीपीपी मोड पर देने के बजाय नगर निगम द्वारा ही संचालित किया जाना चाहिए। साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जाए कि शोरूम संचालक नियमित रूप से पार्किंग शुल्क निगम को जमा करा रहे हैं या नहीं।
अवैध होर्डिंग्स पर सवाल
मनीष शर्मा ‘मामा’ ने तीन इमली क्षेत्र में बढ़ते सड़क हादसों का मुद्दा बैठक में उठाया। वहीं, महापौर परिषद सदस्य राजेंद्र राठौर ने कहा कि बीआरटीएस बस लेन हटने के बाद डिवाइडर निर्माण आवश्यक हो गया है और इसके लिए उचित एजेंसी तय की जानी चाहिए। हालांकि, बैठक में इस कार्य को मंजूरी प्रदान कर दी गई।
महापौर परिषद सदस्य नंदू पहाड़िया ने अवैध होर्डिंग्स का मामला भी सामने रखा और कहा कि ये दुर्घटनाओं का कारण बन सकती हैं। बैठक में कई अन्य मुद्दों पर भी विस्तृत चर्चा की गई।










