Indore News: वैक्सीनेशन ने पकड़ी रफ्तार, एक दिन में 75 हजार लोगों ने लगवाया टिका

Author Picture
By Ayushi JainPublished On: June 6, 2021

इंदौर: कलेक्टर मनीष सिंह की दूरदर्शिता एवं उनके निर्देशन में इंदौर में कोरोना टीकाकरण अभियान तेज़ी से आगे बढ़ रहा है। जिला प्रशासन, जनप्रतिनिधियों एवं सामाजिक संगठनों के संयुक्त प्रयासों के तहत कोरोना वैक्सीनेशन के प्रति निर्मित किए गए सकारात्मक वातावरण के फलस्वरुप इंदौर में शनिवार को कुल 75 हजार लोगों ने कोविड का टीका लगवाया। गत दिवस टीकाकृत किए गए लोगों में सबसे अधिक संख्या 18 से 44 उम्र के लाभार्थियों कि रही। इस आयु वर्ग के कुल 66 हजार 610 व्यक्तियों ने कोरोना का टीका लगवाया। जिले में अभी तक 18 से 44 वर्ष के आयु वर्ग के 4 लाख 89 हजार 36 व्यक्तियों को वैक्सीन के डोज लग चुके हैं।


उल्लेखनीय है कि जिले में टीकाकरण अभियान अंतर्गत अभी तक कुल 13 लाख 85 हजार 884 नागरिकों का टीकाकरण किया जा चुका है। इंदौर पूरे प्रदेश में सबसे अधिक संख्या में नागरिकों को वैक्सीन लगाकर प्रथम स्थान पर है। कलेक्टर मनीष सिंह के मार्गदर्शन में टीकाकरण अभियान के शुरुआती दौर में ही अभियान के सफल क्रियान्वयन के लिए व्यापक तैयारी कर ली गई थी। विशेष अभियान के तहत जिले में पहले फ्रंट लाइन वर्कर्स एवं हेल्थ वर्कर्स का टीकाकरण कराया गया।

कलेक्टर सिंह ने इसके अलावा ऐसे व्यक्तियों के टीकाकरण पर जोर दिया जो वल्नरेबल श्रेणी में आते हैं, जिसमें विशेष तौर पर सब्ज़ी मंडी के कर्मचारी और व्यापारियों का टीकाकरण कराने की भी पहल की गई। उन्होंने वकीलों और पत्रकारों के लिए भी विशेष टीकाकरण कैंप आयोजित कराए। जिला प्रशासन ने जनप्रतिनिधियों, धर्मगुरुओं, सामाजिक संगठनों एवं एनजीओस के माध्यम से जन जागरण कर लोगों के मन में वैक्सीन के प्रति जो डर था उसे समाप्त कर लोगों को जागरूक किया।

कलेक्टर सिंह ने कियोस्क संचालकों,सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर एवं अन्य व्यापारिक संगठनों के माध्यम से लोगों को वैक्सीनेशन कराने के लिए प्रेरित किया। प्रशासन द्वारा अधिक संख्या में वैक्सीनेशन केंद्र लगाए गए। वृद्धजनों एवं दिव्यांगजनों की सुविधा के लिए ड्राइव इन वैक्सीनेशन केंद्र भी शुरू किए गए।

ग्रामीण क्षेत्रों में भी प्रशासनिक अधिकारियों एवं स्व सहायता समूह के माध्यम से लोगों को वैक्सीनेशन के प्रति जागरूक किया गया। इंदौर जिला हमेशा से ही अपनी एकजुटता और अनुशासन के लिए जाना जाता है। कोरोना महामारी के दौरान भी इसी एकजुटता और समर्पण का प्रत्यक्ष उदाहरण देखने को मिल रहा है, जब लोग पूरे उत्साह के साथ जिला प्रशासन का सहयोग कर अधिक से अधिक संख्या में वैक्सीनेशन करवा रहे हैं।