MP Foundation Day: Indore के 670 किलोमीटर के दायरे में समाई देश की 60% आबादी, शहर के सात दिशाओं में रेल नेटवर्क विस्तार करने की योजना

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By Abhishek SinghPublished On: November 1, 2025

MP Foundation Day: मध्यप्रदेश का मालवा-निमाड़ क्षेत्र देश की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण भौगोलिक स्थिति रखता है। यह क्षेत्र गुजरात, महाराष्ट्र और राजस्थान की सीमाओं से सटा हुआ है, जिससे इसका रणनीतिक महत्व और बढ़ जाता है। केंद्र और राज्य सरकारें इस महत्व को ध्यान में रखते हुए रेल व सड़क संपर्क को सुदृढ़ बनाने पर विशेष जोर दे रही हैं। इंदौर के 670 किलोमीटर के दायरे में देश की लगभग 60 प्रतिशत आबादी निवास करती है, जो इस क्षेत्र की केंद्रीयता को दर्शाती है। मालवा-निमाड़ से तीन राज्यों की सीमाएं जुड़ने के कारण यह क्षेत्र आने वाले दशक में विकास का प्रमुख केंद्र बनने की दिशा में अग्रसर है। इंदौर-मनमाड़, इंदौर-गोधरा और इंदौर-बुधनी रेल परियोजनाओं पर कार्य आरंभ हो चुका है, जिससे इंदौर सात दिशाओं में रेल मार्ग से जुड़ने जा रहा है।



मध्यप्रदेश का मालवा-निमाड़ क्षेत्र देश की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण भौगोलिक स्थिति रखता है। यह क्षेत्र गुजरात, महाराष्ट्र और राजस्थान की सीमाओं से सटा हुआ है, जिससे इसका रणनीतिक महत्व और बढ़ जाता है। केंद्र और राज्य सरकारें इस महत्व को ध्यान में रखते हुए रेल व सड़क संपर्क को सुदृढ़ बनाने पर विशेष जोर दे रही हैं। इंदौर के 670 किलोमीटर के दायरे में देश की लगभग 60 प्रतिशत आबादी निवास करती है, जो इस क्षेत्र की केंद्रीयता को दर्शाती है।

मालवा-निमाड़ से तीन राज्यों की सीमाएं जुड़ने के कारण यह क्षेत्र आने वाले दशक में विकास का प्रमुख केंद्र बनने की दिशा में अग्रसर है। इंदौर-मनमाड़, इंदौर-गोधरा और इंदौर-बुधनी रेल परियोजनाओं पर कार्य आरंभ हो चुका है, जिससे इंदौर सात दिशाओं में रेल मार्ग से जुड़ने जा रहा है।

सिर्फ छह घंटे में इंदौर से मुंबई की यात्रा संभव

इंदौर-मनमाड़ रेल लाइन तैयार होने के बाद इंदौर से मुंबई की दूरी करीब 100 किलोमीटर घट जाएगी। इससे मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर से देश की आर्थिक राजधानी मुंबई तक की यात्रा मात्र छह घंटे में पूरी की जा सकेगी। इस परियोजना से मालवा और निमाड़ के किसानों को विशेष लाभ मिलने की उम्मीद है। इसके लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है। नया रेल नेटवर्क क्षेत्र में पर्यटन को भी नई गति देगा। वहीं, इंदौर-दाहोद रेल परियोजना, जिसकी शुरुआत लगभग 15 वर्ष पूर्व हुई थी, अब तेजी पकड़ रही है। धार में नया रेलवे स्टेशन निर्माणाधीन है, जो आदिवासी अंचल में विकास की नई दिशा तय करेगा।