इंदौर (Indore News) : पिछले कुछ महीनों में जिस तेजी के साथ लोकायुक्त द्वारा इंदौर के विभिन्न सरकारी कार्यालयों में रिश्वतखोर अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है उससे ऐसा लगता है कि इंदौर रिश्वतखोर अधिकारियों का चरागाह बन गया है ।
आम आदमी को लूट कर सरकार के नियमों की धज्जियां उड़ा कर अधिकारियों द्वारा करोड़ों रुपए की अवैध संपत्ति अर्जित की जा रही है इंदौर इसीलिए अधिकारियों की पहली पसंद बना हुआ है यही वजह है कि यहां से कोई भी अधिकारी जाना ही नहीं चाहता अगर उसका तबादला भी होता है तो वह किसी भी तरह से सेटिंग करके वापस इंदौर आ जाता है ।
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इंदौर के सर्वाधिक भ्रष्ट
सहकारिता विभाग जिसने पिछले एक दशक में इतने अधिक पाप किए हैं कि उन्हें धोने के लिए दो दशक फिर से लग जाएंगे मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह भले ही मध्य प्रदेश को सुराज्य बनाने की घोषणा करें लेकिन उनकी इस घोषणा पर रिश्वतखोर अधिकारी पानी फेर रहे हैं वे रिश्वत लेने का कोई भी मौका नहीं छोड़ते सरकार से भारी भरकम वेतन लेने के बाद भी उनकी इच्छा यही रहती है कि जो भी उनके पास काम कराने आए उसे नोचा जाए और उससे कुछ छीना जा ।

हाल ही में टीएनसीपी विभाग में पदस्थ अधिकारी के निवास पर 15 करोड़ से अधिक की संपत्ति मिली है जाहिर है कि यह संपत्ति लोगों को लूट कर और सरकारी नियमों की धज्जियां उड़ा कर दी इकट्ठाट्टा की गई है ।