कांस के अंतरराष्ट्रीय मंच पर इंदौर की बेटी का जलवा, डॉ. निकिता ने फिल्म महोत्सव में किया शानदार डेब्यू

इंदौर की डॉ. निकिता कुशवाह ने मिसेज यूनिवर्स प्रतियोगिता में पहला रनर-अप बनकर देश का गौरव बढ़ाया और कांस फिल्म महोत्सव में भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए सामाजिक मुद्दों पर अपनी आवाज उठाई। एक डॉक्टर और समाजसेविका के रूप में उनकी भागीदारी महिला सशक्तिकरण की मिसाल बनी।

Srashti Bisen
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इंदौर की डॉ. निकिता कुशवाह ने हाल ही में आयोजित मिसेज यूनिवर्स प्रतियोगिता में प्रथम रनर-अप का खिताब हासिल कर देश और अपने शहर का मान बढ़ाया है। भारत के सबसे स्वच्छ शहर से संबंध रखने वाली डॉ. कुशवाह ने इस उपलब्धि से न केवल इंदौर बल्कि पूरे देश को गौरवान्वित किया है। अब उन्होंने फ्रांस में आयोजित प्रतिष्ठित कांस फिल्म महोत्सव में अपनी पहली उपस्थिति दर्ज करवाई है।

पेशे से कार्डियक और रेस्पिरेटरी फिजियोथेरेपिस्ट डॉ. कुशवाह ने इंदौर से अपनी शिक्षा प्राप्त की है। चिकित्सा क्षेत्र में सक्रिय होने के साथ-साथ वे महिला स्वास्थ्य, शिक्षा और समाजसेवा से जुड़े कई अभियानों में भी योगदान देती रही हैं। उनका मानना है कि एक डॉक्टर की भूमिका केवल क्लिनिक तक सीमित नहीं होनी चाहिए, बल्कि समाज में बदलाव लाने का दायित्व भी उसकी जिम्मेदारी है।

कांस फिल्म महोत्सव में किया भारत का प्रतिनिधित्व

इस वर्ष डॉ. कुशवाह ने पहली बार फ्रांस में आयोजित प्रतिष्ठित कांस फिल्म महोत्सव में भाग लिया। उन्होंने न केवल भारतीय फिल्म और संस्कृति का प्रतिनिधित्व किया, बल्कि मंच का उपयोग सामाजिक मुद्दों पर अपनी आवाज उठाने के लिए भी किया। उनकी भागीदारी ने यह संदेश दिया कि भारतीय महिलाएं अब वैश्विक मंचों पर आत्मविश्वास के साथ अपनी उपस्थिति दर्ज करा रही हैं।

विशेष परिधान में पेश की सांस्कृतिक झलक

कांस में अपने डेब्यू के दौरान डॉ. कुशवाह ने एक बेहद खास गाउन पहना, जिसे प्रसिद्ध वियतनामी डिजाइनर ने डिजाइन किया था। “फेयर गॉडेस ऑफ़ स्प्रिंग” नामक इस गाउन को तैयार करने में लगभग तीन महीने लगे और इसमें 50 कलाकारों की मेहनत शामिल रही। इस कलात्मक पोशाक में उपयोग किए गए सभी क्रिस्टल हाथ से बनाए गए थे, जो इसके हर हिस्से को खास बनाते हैं।