इंदौर की लसूडिया पुलिस ने भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) के पूर्व उपाध्यक्ष कपिल गोयल को जमीन से जुड़ी एक बड़ी धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार कर लिया है।
यह गिरफ्तारी मार्च 2025 में दर्ज एक केस के आधार पर की गई, जिसमें कपिल पर प्लॉट दिलाने के नाम पर लाखों की ठगी का आरोप है। आरोपी को रविवार को अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे दो दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया है।

49 लाख रुपये की धोखाधड़ी
डीसीपी अभिवन विश्वकर्मा (जोन-2) के अनुसार, आरोपी कपिल गोयल ने शिकायतकर्ता नरेंद्र कुमार माहेश्वरी को विस्तारा टाउनशिप में प्लॉट दिलाने का लालच देकर 49 लाख रुपये ले लिए। इस सौदे के लिए कपिल ने नकली अलॉटमेंट लेटर बनवाकर नरेंद्र को सौंपा। बाद में उसने प्लॉट की जगह बदल दी और बाबजी नगर एक्सटेंशन में एक दूसरी जमीन दिखाकर उसकी कीमत ज्यादा बताई। साथ ही, उस जमीन में से एक हिस्सा अपने पिता के नाम करने की बात कहकर धोखाधड़ी को और जटिल बना दिया।
फर्जी दस्तावेजों से की रजिस्ट्री, जब सामने आया सच
इस जमीन की असलियत पर पर्दा डालते हुए कपिल ने नरेंद्र की मुलाकात एक व्यक्ति अभिषेक राठौर उर्फ प्रबल पटौदी से करवाई, जो उस भूखंड का कथित मालिक बताया गया। मुलाकात पीयू-4 क्षेत्र स्थित एक कार्यालय में कराई गई। इसके बाद कपिल ने अपनी पत्नी और कुछ अन्य साथियों की मदद से फर्जी दस्तावेज तैयार कर रजिस्ट्रार ऑफिस में जमीन की रजिस्ट्री करवा दी। जब नरेंद्र को इस जालसाजी की जानकारी मिली, तो उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसके आधार पर कपिल व अन्य के खिलाफ मामला दर्ज हुआ।
अभी भी फरार हैं अन्य आरोपी
पुलिस ने कपिल गोयल को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की गहराई से जांच की जा रही है। हालांकि, इस धोखाधड़ी में शामिल अन्य आरोपी कपिल की पत्नी, अभिषेक राठौर उर्फ प्रबल पटौदी और शुभम मालवीय अब भी फरार हैं। पुलिस का कहना है कि इनकी तलाश तेज़ कर दी गई है और उन्हें जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा।
पहले भी कई बार आरोपों में फंसे हैं कपिल
कपिल गोयल पर पहले भी कई धोखाधड़ी के मामले दर्ज हैं। एमजी रोड पुलिस थाने में कपिल पर भंवरकुआं इलाके में करीब दो करोड़ रुपये की फर्जी प्लॉट डील करने का केस दर्ज है। इस मामले में भी फर्जी दस्तावेज तैयार कर सौदा किया गया था और उसकी पत्नी को भी सह-आरोपी बनाया गया था। इसके अलावा, कुछ महीने पहले खुड़ैल थाना पुलिस ने भी कपिल के खिलाफ धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज किया था।