इंदौर में हर साल बारिश के मौसम के बाद डामर की सड़कों पर गड्ढे बन जाते हैं, जिनका दीपावली से पहले आमतौर पर पेचवर्क कर दिया जाता है। लेकिन इस बार स्थिति अलग है — त्योहार नजदीक होने के बावजूद शहर की सड़कों पर अब भी गड्ढे बने हुए हैं। मोहल्लों और कॉलोनियों की गलियों से लेकर मुख्य मार्गों तक, वाहन चालकों को रोजाना उबड़-खाबड़ सड़कों पर सफर करना पड़ रहा है।
हाल ही में टैक्स सर्वे को लेकर हुए विवाद के बाद मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने मेयर और नगर निगम आयुक्त के साथ बैठक की। बैठक के दौरान उन्होंने दोनों अधिकारियों को समन्वय बनाकर कार्य करने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने इस बात पर नाराज़गी जताई कि शहर की सड़कों पर अब भी गड्ढे बने हुए हैं। मंत्री ने कहा कि यह तो पहले से ज्ञात है कि वर्षा के बाद सड़कें क्षतिग्रस्त हो जाती हैं, इसलिए उनके टेंडर और मरम्मत की तैयारी वर्षाकाल समाप्त होते ही शुरू हो जानी चाहिए थी।
एक माह में सड़क सुधारने के निर्देश
मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने सवाल उठाया कि अब तक सड़कों पर पेचवर्क का कार्य पूरा क्यों नहीं हुआ। उन्होंने अधिकारियों को एक माह के भीतर शहर की सभी सड़कों के गड्ढे भरने के निर्देश दिए थे। शनिवार रात वे स्वयं व्हाइट चर्च से गीताभवन के बीच चल रहे पेचवर्क कार्य का निरीक्षण करने पहुंचे। इस दौरान अधिकारियों ने उन्हें बताया कि मुख्य मार्गों के बाद कॉलोनियों की एप्रोच सड़कों पर भी जल्द ही पेचवर्क किया जाएगा।
बीआरटीएस रैलिंग हटाने का काम जारी
बीआरटीएस की रैलिंग हटाने का कार्य जारी है। बस लेन की डामर सड़क को पहले मोटर व्हीकल लेन से ऊंचा बनाया गया था, ताकि बरसात के दौरान पानी जमा न हो और बसों के गुजरने पर छींटे अन्य वाहनों तक न पहुंचें। अब जब बस लेन को हटाया जा रहा है, तो सड़क की सतह असमान दिखाई दे रही है। इसी कारण नगर निगम को बीआरटीएस मार्ग पर भी पेचवर्क करवाना पड़ेगा, ताकि किसी प्रकार की दुर्घटना न हो।










