इंदौर लोकायुक्त की टीम ने शुक्रवार को देपालपुर, इंदौर में कार्रवाई करते हुए एक पटवारी को रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ पकड़ा। आरोप है कि पटवारी ने जमीन नपती के बदले फरियादी से 40 हजार रुपये की मांग की थी। जांच के दौरान वह फरियादी से 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए पकड़ लिया गया। यह कार्रवाई लोकायुक्त महानिदेशक जयदीप प्रसाद के निर्देश पर इंदौर टीम ने भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान के तहत की।
जानिए कौन है वह पटवारी
30 वर्षीय संदीप वैष्णव, ग्राम रुणावाद, तहसील देपालपुर, इंदौर निवासी, जो कृषि कार्य से जुड़े हैं, की शिकायत पर लोकायुक्त ने पटवारी अक्षत जैन (32 वर्ष, पिता स्व. धरमचंद जैन), पटवारी हल्का नंबर 101, तहसील देपालपुर, जिला इंदौर को रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार किया।

कार्रवाई से बचने के लिए खेतों में भागा पटवारी
लोकायुक्त टीम के छापे के दौरान पटवारी भागकर खेतों की ओर जाने का प्रयास किया, लेकिन टीम ने उसे पकड़ लिया। इस कार्रवाई में निरीक्षक राहुल गजभिये, निरीक्षक रेनू अग्रवाल, निरीक्षक आनंद चौहान, प्रधान आरक्षक रणजीत द्विवेदी, आरक्षक आशीष नायडु, आरक्षक चंद्रमोहन बिष्ट, आरक्षक आशीष आर्य, आरक्षक श्रीकृष्ण अहिरवार, आरक्षक आदित्य भदौरिया और चालक शेर सिंह ठाकुर शामिल थे।
ऐसा है पूरा मामला
आवेदक संदीप वैष्णव (30 वर्ष), जो ग्राम रुणावाद, तहसील देपालपुर, इंदौर के निवासी और किसान हैं, ने शिकायत की थी कि उनकी और उनके दादा जी की कृषि भूमि के सीमांकन के लिए पटवारी अक्षत जैन ने 40,000 रुपये की रिश्वत मांगी थी। आरोपी ने पहले ही 15,000 रुपये ले लिए थे और शेष 10,000 रुपये 7 मार्च को लेने पर सहमति बनी थी। इसी दौरान लोकायुक्त टीम ने कार्रवाई करते हुए पटवारी को रंगे हाथों पकड़ा।
आवेदक ने इस संबंध में लोकायुक्त एसपी राजेश सहाय, इंदौर को शिकायत दर्ज कराई। सत्यापन के दौरान शिकायत सही पाई गई, जिसके बाद ट्रैप दल का गठन किया गया और आरोपी को 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया।