Indore Metro: एमआर-10 पर ब्रिज निर्माण, बस स्टेशन से मेट्रो की होगी सीधी कनेक्टिविटी

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By Ravi GoswamiPublished On: November 27, 2024

मेट्रो निर्माण का कार्य इंदौर में काफ़ी तेज़ी से बढ़ रहा है। अगले साल सितम्बर में ट्रायल रन की तैयारी की जा रही है। इसके लिए फ़िलहाल ब्रिज कनेक्टिविटी, स्टेशन निर्माण और अंडरग्राउंड रूट पर काम चल रहा है। सुरक्षा के लिए सुखलिया, विजय नगर, और अन्य व्यस्त चौराहों पर सड़क के किनारे ब्रिज बनाए जा रहे हैं। फिलहाल रेलवे लाइन और विद्युतीकरण का काम मेट्रो ट्रेक पर काम हो चुका है। स्टेशन के निर्माण के बाद संचालन शुरू करने में परशानी नहीं होगी।

सिंहस्थ के मद्देनजर एमआर-10 पर बने बस स्टेशन को मेट्रो स्टेशन से जोड़ने के लिए ब्रिज का निर्माण शुरू हो चुका है। यात्रियों की सुविधा के लिए सड़क पार करने की आवश्यकता खत्म करते हुए ब्रिज के जरिए सीधा कनेक्शन दिया जाएगा। दोनों स्टेशनों के बीच की दूरी 20 मीटर है, और इसी लंबाई में ब्रिज बनाया जा रहा है।

Indore Metro: एमआर-10 पर ब्रिज निर्माण, बस स्टेशन से मेट्रो की होगी सीधी कनेक्टिविटी

यात्रियों के आराम का रखा ख्याल

ब्रिज की ऊंचाई ज़मीन से 12 मीटर रहेगी। बस स्टेशन के गेट के बाहर इसके लिए सीमेंट के बड़े पिलर बनाये जा रहे हैं। लोहे के स्ट्रक्चर को रखकर उस पर पैदल ब्रिज बनाया जायेगा। एस्केलेटर और लिफ्ट से भी इस ब्रिज को जोड़ दिया जायेगा, ताकि यात्रियों को अपने बैग और लगेज के साथ मेट्रो स्टेशन तक जाने में आसानी हो।

अधिकांश स्टेशनों पर सिविल कार्य पूरा हुआ

मेट्रो रूट के प्रमुख और व्यस्त क्षेत्रों जैसे सुखलिया ग्राम चौराहा, विजय नगर और रेडिसन चौराहा पर सड़क किनारे ब्रिज बनाकर इन्हें मेट्रो स्टेशनों से जोड़ा जाएगा। इससे सड़क पर हादसों की संभावना कम हो जाएगी। अगले साल मेट्रो संचालन शुरू होने से पहले पांच मेट्रो स्टेशनों का निर्माण पूरा किया जाना है। इनमें से सिविल वर्क का कार्य पहले ही संपन्न हो चुका है, जबकि अन्य कार्य अभी बाकी हैं। विधानसभा चुनाव से पहले हुए मेट्रो के ट्रायल रन के दौरान गांधी नगर क्षेत्र में एक मेट्रो स्टेशन बनाकर तैयार कर लिया गया था।

अगले महीने से शुरू होगा भूमिगत कार्य

अगले माह से मेट्रो का अंडरग्राउंड वर्क शुरू होगा। गांधी नगर वाले हिस्से को पहले एयरपोर्ट से जोड़ा जाएगा। इसके लिए एमजी रोड की तरफ से भी काम शुरू होगा। ढाई हजार करोड़ रुपये का खर्च मेट्रो के अंडरग्राउंड साढ़े आठ किलोमीटर के रूट में होगा। मेट्रो के सात स्टेशन अंडरग्राउंड हिस्से में बनेंगे।