राहुल गांधी के दौरे से पहले PCC में हुई उच्च स्तरीय बैठक, AICC ने सृजन अभियान के लिए 11 पर्यवेक्षक किए नियुक्त

मध्य प्रदेश कांग्रेस संगठन को मजबूत करने के लिए राहुल गांधी 3 जून को भोपाल आएंगे और सृजन कार्यक्रम का शुभारंभ करेंगे। इसके साथ ही, पार्टी ने संगठन सृजन के लिए 11 एआईसीसी पर्यवेक्षक भी नियुक्त किए हैं।

Abhishek Singh
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मध्य प्रदेश कांग्रेस संगठन को सशक्त बनाने के लिए व्यापक प्रयास चल रहे हैं। इसी क्रम में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और वरिष्ठ कांग्रेस नेता राहुल गांधी 3 जून को भोपाल पहुंचेंगे। वहां वे सृजन कार्यक्रम का उद्घाटन करेंगे। इस कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर तेजी से काम चल रहा है। रविवार को पीसीसी कार्यालय में कांग्रेस की उच्च स्तरीय बैठक आयोजित की गई, जिसमें प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी, पीसीसी अध्यक्ष जीतू पटवारी, पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव समेत कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे। इस बैठक में सभी नेताओं को तैयारियों के कार्यों की जिम्मेदारी सौंपी गई है। वहीं, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मध्य प्रदेश में पार्टी संगठन को मजबूत करने के लिए 11 एआईसीसी पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की है।

राहुल गांधी किसी भी कार्यकर्ता से कर सकते हैं वन टू वन संवाद

राहुल गांधी के इस दौरे को पार्टी ने ‘संगठन सृजन अभियान’ का रूप दिया है। इस दौरान वे कांग्रेस संगठन की महत्वपूर्ण कड़ी माने जाने वाले जिलाध्यक्षों के साथ बैठक करेंगे। इसके साथ ही, वे पार्टी के विभिन्न विभागों के साथ भी चर्चा करेंगे। राहुल गांधी मध्य प्रदेश से जुड़े किसी भी कार्यकर्ता या नेता से व्यक्तिगत तौर पर वन टू वन बातचीत भी कर सकते हैं।

राहुल गांधी कांग्रेस संगठन को मजबूत बनाने के लिए देशभर में सक्रिय

जानकारी के लिए बता दें कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी पूरे देश में पार्टी संगठन को मजबूत करने के लिए सक्रिय हैं। मध्य प्रदेश से पहले वे गुजरात का दौरा कर चुके हैं, जहाँ उन्होंने पार्टी की सबसे छोटी इकाई मंडल स्तर तक संवाद किया था। मध्य प्रदेश में भी वे इसी तरह से व्यापक संवाद स्थापित कर सकते हैं।

जानिए पर्यवेक्षकों के चयन की वजह

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मध्य प्रदेश के लिए 11 नए AICC पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की स्वीकृति दे दी है। ये नियुक्तियां पार्टी के संगठन सृजन अभियान के तहत की गई हैं, जिनका मुख्य उद्देश्य राज्य में पार्टी के संगठन और समन्वय को स्थानीय स्तर पर और अधिक मजबूत बनाना है।