सरकारी स्कूल जो था गुमनाम, आज बना आकर्षण का केंद्र, स्मार्ट क्लास समेत मौजूद हैं ये सुविधाएं

Ravi Goswami
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आज बड़े-बड़े प्राइवेट स्कूलों को अपनी चमक से मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर में स्थित छोटा सा सरकारी प्राथमिक स्कूल मोतीमहल फिका कर रहा है। प्रदेश को हर एक क्षेत्र में मध्य प्रदेश की मोहन यादव सरकार द्वारा आगे बढ़ाने के लिए लगातार काम किया हैं।

इन कामों का अच्छा असर भी अब देखने को मिल रहा है। ग्वालियर शहर की खल्लासीपुरा शिंदे की छावनी बस्ती का छोटा सा सरकारी प्राथमिक स्कूल मोतीमहल इसका एक उदाहरण है। इस छोटे से सरकारी स्कूल में बच्चों को स्मार्ट क्लास में पढ़ाया जाता है। स्कूल के बच्चे इसके अलावा योगाभ्यास में भी निपुण हैं। बड़े-बड़े प्राइवेट स्कूल भी इस सरकारी स्कूल के सामने फीके पड़ रहे हैं। यह स्कूल आज से 6 साल पहले मौजूद होने के बाद भी गुमनाम था।

इस स्कूल का प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने राज्य सरकार की योजनाओं के तहत विस्तार किया। सरकार की तरफ से स्कूल में एक एक्सट्रा क्लास, सामूहिक कार्यक्रमों के लिए एक बड़ा हॉल और छात्राओं के लिए अलग से शौचालय बनवाया। साथ ही पूरे स्कूल की रंगाई-पुताई भी करावाई गई और इस स्कूल में स्मार्ट क्लास तैयार की गई।