Mahakal Mandir Darshan : मंदिर आस्था का केंद्र माना जाता है और वही मंदिर में किसी श्रद्धालु को दर्शन न करने दिया जाए, यह मामला निश्चित है गंभीर हो जाता है। उज्जैन के प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन व्यवस्था को लेकर बड़ा आरोप लगा है। महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन व्यवस्था को लेकर एक महिला ट्रैवल ब्लॉगर और उनके पति ने सुरक्षा कर्मियों द्वारा अभद्रता का आरोप लगाया है।
दंपति का कहना है कि मंदिर में वीआईपी कल्चर और मोबाइल फोन प्रतिबंध होने के कारण उन्हें कई परेशानी का सामना करना और इसे लेकर उन्होंने एक वीडियो सोशल मीडिया पर जारी किया है। अब यह वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में महिला दावा कर रही है कि उन्हें बिना दर्शन किए मंदिर से बाहर निकाल दिया गया। जिसके बाद अब मंदिर प्रशासन पर सवाल खड़े हो रहे हैं।

यह है मामला
महिला इनफ्लुएंसर ने आरोप लगाते हुए कहा कि वह सुबह अपने पति के साथ से 5:30 बजे मंदिर महाकाल दर्शन के लिए लाइन में खड़ी थी। लगभग 2 घंटे के इंतजार के बाद जब उनका नंबर आया तो मंदिर में तब सुरक्षा गार्ड में उनके साथअभद्रता शुरू कर दी। दर्शन करने से पहले सुरक्षा कभी ने उनसे फोन हटाने को कहा लेकिन महिला ने मंदिर में फोन बैन होने की जानकारी नहीं होने का हवाला दिया।
महिला ने यह भी आरोप लगाया गया है कि इसके बावजूद सुरक्षाकर्मियों द्वारा जोर जबरदस्ती से उन्हें कंट्रोल रूम ले जाएगा और उन्हें दर्शन करने से रोक दिया गया। महिला का कहना है कि यदि मोबाइल फोन प्रतिबंधित है तो इसे मंदिर के प्रवेश द्वार पर ही कड़ाई से जांचा जाना चाहिए और इसे अपने पास रखा जाना चाहिए, ना की मंदिर में दर्शन करते वक्त।
VIP कल्चर पर सवाल
इस मामले में सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर नैना का कहना है कि कंट्रोल रूम में जाकर पूछा गया कि क्या हम VIP है। मुझे और मेरे पति को दर्शन के अनुमति नहीं दी गई है। हमने कई बार विनती की लेकिन हमारी बातों को अनसुना किया गया। इतना ही नहीं नैना ने अपने वीडियो में सवाल भी खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि जब आम जनता को केवल कुछ सेकेंड के लिए दर्शन की अनुमति मिलती है तो क्यों VIP श्रद्धालु और सेलिब्रिटी जैसे लोग गर्भ गृह में आधे घंटे तक पूजा करने पहुंच जाते हैं। इतना ही नहीं उन्होंने आरोप लगाया कि मंदिर में धर्म के नाम पर व्यापार हो रहा है और नियम केवल आम जनता पर ही लागू किया जा रहे हैं।
मंदिर प्रशासन का भी जवाब
इस मामले में मंदिर प्रशासन का भी जवाब सामने आया है। महाकाल मंदिर के प्रशासक ने इस मामले में प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मंदिर परिसर में मोबाइल फोन का उपयोग प्रतिबंधित है। उन्होंने कहा कि वायरल वीडियो में महिला के पति को मोबाइल फोन का इस्तेमाल करते हुए देखा गया था। जब कर्मचारियों ने मोबाइल उपयोग पर प्रतिबंध की जानकारी दी तो वो गुस्सा हो गए। इसके बाद उन्हें कंट्रोल रूम ले जाया गया था। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि नहीं हम सभी श्रद्धालुओं के लिए समान रूप से लागू है और उन्हें उनका पालन करना होगा।
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