DSP उमाकांत चौधरी को उत्कृष्ट सेवा पदक 2024 से नवाज़ा गया, अनुकरणीय सेवाओं के लिए किया गया सम्मानित

मध्यप्रदेश पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी DSP उमाकांत चौधरी को उनकी 25 वर्षों की उत्कृष्ट सेवा, ईमानदारी और समाज-सेवा के लिए "उत्कृष्ट सेवा पदक 2024" से सम्मानित किया गया। उन्हें नक्सल क्षेत्र में बहादुरी, ट्रैफिक प्रबंधन में नवाचार और फिल्म एवं पर्यटन क्षेत्र में योगदान के लिए सराहा गया।

Srashti Bisen
Published:

मध्यप्रदेश पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी DSP उमाकांत चौधरी को उनकी 25 वर्षों से अधिक की अनुकरणीय, ईमानदार और समर्पित सेवा के लिए “उत्कृष्ट सेवा पदक 2024” से नवाज़ा गया है। यह सम्मान उनके कर्तव्यनिष्ठ व्यवहार, सराहनीय नेतृत्व और समाज-सेवा में उल्लेखनीय योगदान के लिए प्रदान किया गया हैं।

उमाकांत चौधरी ने अपने करियर की शुरुआत से ही पुलिस सेवा को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाने का कार्य किया। बुरहानपुर को जिला घोषित किए जाने के समय उन्होंने वहाँ की कानून-व्यवस्था को मज़बूती से स्थापित किया। यह कार्य प्रशासनिक दृष्टि से एक चुनौतीपूर्ण कार्य था, जिसे उन्होंने सफलतापूर्वक निभाया।

नक्सल क्षेत्र में बहादुरी से दी सेवा

वर्ष 2005 में नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सेवा करते हुए उमाकांत चौधरी ने साहस और रणनीतिक कुशलता का परिचय दिया। उनके योगदान को मान्यता देते हुए भारत सरकार के गृह मंत्रालय ने उन्हें “इंटरनल सिक्योरिटी मेडल 2007” से सम्मानित किया, जो उनके अद्भुत समर्पण और बहादुरी का परिचायक है।

प्रमुख आयोजनों में निभाई अहम भूमिका

2015 में DSP पद पर पदोन्नत होने के बाद उन्होंने कई बड़े राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय आयोजनों की सफलता में अपना योगदान दिया। इनमें सिंहस्थ 2016, लोकसभा व विधानसभा चुनाव (2018, 2019, 2023, 2024) जैसे आयोजन प्रमुख हैं, जहाँ उन्होंने कानून व्यवस्था की ज़िम्मेदारी बख़ूबी निभाई। उनके नेतृत्व में आपातकालीन सेवाओं और अग्निशमन दल का संचालन भी प्रभावशाली रहा।

ट्रैफिक मैनेजमेंट में नवाचार के अग्रदूत

DSP ट्रैफिक के रूप में उन्होंने इंदौर जैसे महानगर में ट्रैफिक व्यवस्था को सुव्यवस्थित बनाने के लिए कई नवाचारी पहलें कीं। स्मार्ट ट्रैफिक मैनेजमेंट, पर्यावरण अनुकूल यातायात प्रणाली, और जनता की सहभागिता जैसे कार्यक्रमों ने यातायात संचालन में क्रांतिकारी परिवर्तन लाए। आधुनिक तकनीक के साथ-साथ जन-जागरूकता अभियानों का कुशल उपयोग कर उन्होंने सड़क सुरक्षा और ट्रैफिक अनुशासन को नई दिशा दी।

पर्यटन और फिल्म क्षेत्र में भी उत्कृष्ट योगदान

उमाकांत चौधरी ने डिप्टी डायरेक्टर (फिल्म एवं पर्यटन) के रूप में भी अपनी प्रशासनिक दक्षता का प्रदर्शन किया। उनके नेतृत्व में मध्यप्रदेश को फिल्म शूटिंग हब के रूप में विकसित किया गया, जिसके चलते राज्य को राष्ट्रपति द्वारा “मोस्ट फिल्म फ्रेंडली स्टेट” अवॉर्ड से नवाज़ा गया। उनके मार्गदर्शन में 100 से अधिक प्रभावशाली शूटिंग प्रोजेक्ट और कार्यक्रम सफलतापूर्वक आयोजित किए गए, जिससे पर्यटन और फिल्म इंडस्ट्री को नई ऊर्जा मिली।

DSP उमाकांत चौधरी की कार्यशैली, प्रशासनिक कौशल और जनहित में किये गए कार्य उन्हें एक आदर्श अधिकारी बनाते हैं। उत्कृष्ट सेवा पदक 2024 उनके सतत प्रयासों, ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा का प्रमाण है।