आज भारत मार्ट दौरे पर सीएम मोहन यादव, छोटे उद्यमों के लिए तैयार होगी बड़ी रणनीति, MSME विकास पर भी होगी अहम चर्चा

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव दुबई यात्रा के अंतिम दिन भारत मार्ट का निरीक्षण कर एमएसएमई को वैश्विक बाजार से जोड़ने, मध्यप्रदेश को लॉजिस्टिक्स हब के रूप में विकसित करने और विदेशी निवेश बढ़ाने पर रणनीतिक चर्चा करेंगे।

Abhishek Singh
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मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव अपने दुबई प्रवास के तीसरे और अंतिम दिन गुरुवार को भारत मार्ट का निरीक्षण करेंगे। यह मार्ट भारतीय एमएसएमई उत्पादों को वैश्विक बाजार तक पहुँचाने का एक प्रमुख अंतरराष्ट्रीय मंच है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश को अंतरराष्ट्रीय व्यापारिक नेटवर्क से जोड़ने की संभावनाओं पर गंभीर विचार-विमर्श करेंगे।

अपने दौरे के दौरान डॉ. यादव लघु, मध्यम और कुटीर उद्योगों (MSME) को वैश्विक पहचान दिलाने के लिए प्रभावी रणनीतियों पर चर्चा करेंगे। उन्होंने यह स्पष्ट किया है कि प्रदेश सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में उद्यमिता और नवाचार को प्रोत्साहन देना शामिल है।

डॉ. मोहन यादव की दुबई यात्रा के दौरान प्रमुख वैश्विक लॉजिस्टिक्स कंपनी डीपी वर्ल्ड के प्रतिनिधियों से उनकी एक महत्वपूर्ण बैठक प्रस्तावित है। इस मुलाकात में मध्यप्रदेश को एक उभरते लॉजिस्टिक्स हब के रूप में विकसित करने और राज्य में विदेशी निवेश को आकर्षित करने पर विचार-विमर्श किया जाएगा।

सरकार का उद्देश्य राज्य में औद्योगिक आधारभूत ढांचे को सुदृढ़ करना और इससे जुड़े रोजगार के नए अवसरों को तेजी से बढ़ावा देना है। माना जा रहा है कि इस दिशा में रणनीतिक साझेदारियों के माध्यम से सरकार तेज़ी से आगे बढ़ने के लिए प्रतिबद्ध है।

निवेश, तकनीक और रोजगार पर होगा फोकस

दुबई यात्रा संपन्न करने के बाद मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव अब स्पेन के लिए रवाना होंगे। उनका यह विदेश दौरा 16 से 19 जुलाई तक निर्धारित है, जिसके तहत वे मैड्रिड में आयोजित होने वाले अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रमों में भाग लेंगे।

स्पेन प्रवास के दौरान डॉ. यादव वैश्विक निवेशकों से मुलाकात कर मध्यप्रदेश में निवेश, तकनीकी सहयोग और रोजगार निर्माण की संभावनाओं पर गहन चर्चा करेंगे। यह दौरा ‘ग्लोबल डायलॉग 2025’ पहल का एक अहम हिस्सा है, जिसका लक्ष्य राज्य में औद्योगिक प्रगति को गति देना और मध्यप्रदेश को वैश्विक निवेश के एक आकर्षक गंतव्य के रूप में स्थापित करना है।

मुख्यमंत्री की यह यात्रा विदेशी निवेश को प्रोत्साहित करने, अत्याधुनिक तकनीकों के समावेशन और प्रदेश के युवाओं के लिए रोजगार के नए द्वार खोलने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखी जा रही है।