मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव मंगलवार देर रात दृढ़ और सख्त रुख में दिखाई दिए। उन्होंने मुख्य सचिव अनुराग जैन और डीजीपी कैलाश मकवाना के साथ बिना पूर्व सूचना पुलिस मुख्यालय का निरीक्षण किया। इस दौरान प्रदेश में बढ़ते अपराधों की स्थिति पर शीर्ष पुलिस अधिकारियों की बैठक ली और कड़ा असंतोष जताया। रायसेन में हुए अपराध पर कठोर कार्रवाई करते हुए उन्होंने रायसेन एसपी पंकज पांडेय को तुरंत पुलिस मुख्यालय, भोपाल में अटैच करने के आदेश दिए। इसके साथ ही भोपाल के मिसरोद और टीला जमालपुरा थानों के प्रभारी अधिकारियों को हटाने के निर्देश भी जारी किए।
सीएम यादव ने स्पष्ट कहा कि प्रदेश में जनता और सुशासन की सरकार है, इसलिए अपराध नियंत्रण के लिए पुलिस को सक्रिय रूप से मैदान में उतरना होगा। उन्होंने निर्देश दिए कि किसी भी अपराधी को किसी हाल में बख्शा न जाए और घटना होते ही दोषियों पर तुरंत कड़ी कार्रवाई की जाए। सीएम ने चेतावनी दी कि पुलिस की लापरवाही को बिल्कुल सहन नहीं किया जाएगा और ऐसे अधिकारियों व कर्मचारियों पर सरकार कठोर कदम उठाने में पीछे नहीं हटेगी।
सीएम का कड़ा निर्देश, अपराध पर जीरो टॉलरेंस
गौरतलब है कि बैठक के दौरान मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने रायसेन एसपी पंकज पांडेय को तत्काल पुलिस मुख्यालय में अटैच करने का निर्णय लिया। साथ ही उन्होंने मिसरोद थाना प्रभारी को हटाने के भी निर्देश जारी किए। मुख्यमंत्री ने पुलिस प्रशासन को स्पष्ट आदेश दिए कि पेट्रोलिंग को सबसे बड़ी प्राथमिकता दी जाए। जवानों को थानों में बैठने के बजाय निरंतर सड़कों पर गश्त करने पर जोर दिया गया। उन्होंने दोहराया कि प्रदेश में किसी भी स्तर का अपराध कतई सहन नहीं होगा। यदि जनता की सुरक्षा से जुड़ी जिम्मेदारी में कोई अधिकारी या कर्मचारी लापरवाही बरतता है, तो उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
दो थाना प्रभारी तत्काल हटाए गए
वहीं दूसरी तरफ, बैठक के बाद भोपाल पुलिस कमिश्नर हरिनारायणचारी मिश्रा ने दो थाना प्रभारियों के विरुद्ध कार्रवाई की। उन्होंने टीला जमालपुरा थाना के कार्यवाहक टीआई निरीक्षक दिनेश प्रताप सिंह और मिसरोद थाना के टीआई संदीप पवार को तत्काल प्रभाव से हटाते हुए दोनों को पुलिस लाइन में भेजने के आदेश जारी किए।









