मध्यप्रदेश में 1 अक्टूबर से नया मौसम प्रणाली शक्रिया होने जा रहा है। इस प्रणाली के असर से बाकी जिलों में मानसून की वापसी एक सप्ताह के लिए स्थगित हो गई है, और 3 अक्टूबर तक प्रदेश के दक्षिण-पश्चिमी और पूर्वी हिस्सों में बारिश का वातावरण बना रहेगा।
मौसम विभाग ने इन क्षेत्रों में गरज-चमक के साथ वर्षा और तेज हवाओं का अलर्ट जारी किया है। अगले 24 घंटे में मुख्यतः पूर्वी संभागों में बारिश की संभावना है, जबकि अन्य संभागों में मौसम अपेक्षाकृत शुष्क रहेगा।
दशहरे पर बारिश की संभावना
मौसम विभाग के मुताबिक, एक नए सिस्टम के सक्रिय होने से दशहरे के दिन बारिश होने की संभावना है, जिससे रावण दहन के कार्यक्रम में परेशानी आ सकती है। यह मौसम 3 अक्टूबर तक जारी रहने की संभावना है।
30 से अधिक जिलों में बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग ने आज मध्यप्रदेश के 30 से अधिक जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में भोपाल, विदिशा, रायसेन, सीहोर, राजगढ़, नर्मदापुरम, हरदा, बैतूल, छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट, पांढुर्णा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, अलीराजपुर, बड़वानी, धार, झाबुआ और इंदौर शामिल हैं।
इन जिलों में हल्की बारिश का अलर्ट
इसके अतिरिक्त देवास, मंडला, रतलाम, उज्जैन, शाजापुर, आगर, मंदसौर, नीमच, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुरकलां, सिंगरौली, सीधी, रीवा, मऊगंज, सतना, शहडोल, उमरिया, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, पन्ना, दमोह, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी और मैहर में हल्की बारिश होने की संभावना जताई गई है।
पूर्वी मध्यप्रदेश में औसत से 17% अधिक बारिश
जानकारी के अनुसार, इस मौसमी सीजन में राज्य में अब तक 45.1 इंच बारिश रिकॉर्ड की जा चुकी है, जो सामान्य औसत से काफी अधिक है। आंकड़ों के मुताबिक, पूर्वी मध्यप्रदेश में औसत से 17% अधिक और पश्चिमी मध्यप्रदेश में 25% अधिक वर्षा हुई है।