समारोह में बोले मुख्यमंत्री मोहन यादव, ‘सनातन संस्कृति में संतों का योगदान सबसे ज्यादा’

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By Ravi GoswamiPublished On: October 3, 2024

राष्ट्रीय सेवा भारती और संत ईश्वर फाउंडेशन द्वारा नई दिल्ली में आयोजित ‘संत ईश्वर सम्मान समारोह’ में सहभागिता कर अलग-अलग क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान देने वाले को सम्मानित किया।

दिल्ली के भारत मंडपम् में आयोजित मुख्यमंत्री मोहन यादव संत ईश्वर सम्मान समारोह 2024 में शामिल हुए। उन्होंने कहा है कि नि-स्वार्थ भाव से समाज की सेवा करने का मौका मिलना परमात्मा की कृपा है। अपने प्रारब्ध के बल पर मृत्यु-लोक में 84 लाख योनियों में से मानव शरीर का मिलना भी परमात्मा की कृपा है।

अपने श्रेष्ठ कर्मों से जन्म और मृत्यु के बीच काल-खंड में प्रारब्ध को सत्कर्मों में बदलने, विशेषकर समाज सेवा का अवसर परमात्मा प्रदान करता है। इसके अलावा आगे उन्होंने कहा की संत ईश्वर सम्मान जैसा मंच समाज सेवा की इस अनुपम भावना को मान्यता प्रदान करता है। मुख्यमंत्री यादव ने कहा कि संतश्री 33 करोड़ देवताओं का प्रतिनिधित्व कर ‘यद् पिण्डे-तद् ब्रह्मांडे’ के वैदिक वाक्य को चरितार्थ कर रहे है।

मुख्यमंत्री यादव ने कहा कि पिछले 22 सालों में ‘संत ईश्वर फाउंडेशन’ ने जो अच्छे काम किए हैं, वे समाज सेवा का सच्चा उदाहरण है। इसके अलावा सनातन संस्कृति में संतों का योगदान सबसे ज्यादा रहा है।