BJP प्रभारी मुरलीधर ने सिधिंया गुट के नेताओं को बताया विभीषण, मंच पर होने लगी हंसी ठिठोली

Author Picture
By Rohit KanudePublished On: November 19, 2022

मध्यप्रदेश भारतीय जनता पार्टी के प्रभारी मुरलीधर राव जब भी माईक अपने हाथ में थामते है। उसके बाद से वह लगातार सोशल मीडिया की सुर्खियों में बने रहते है। हाल ही में उन्होंने एक कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ भाजपा में आए उनके समर्थकों को विभीषण बताया है। इसके बाद मंच पर हंसी ठिठोली शुरू हो गई। लेकिन इसके बाद पार्टी की मुश्किले बड़ गई है।

क्या बोंल गए मुरलीधर

प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा के चुनाव को लेकर बीजेपी पार्टी एक्टीव हो गई है। इसके लिए सभी पार्टियों के नेता अलग-अलग शहरों में कार्यक्रमों का आयोजन शुरू हो गई है। भाजपा का ऐसा ही एक कार्यक्रम गुना में था, जहां मुरलीधर राव ने मजाक-मजाक में अपनी ही पार्टी के मंत्रियों के लिए फजीहत खड़ी कर दी। उन्होंने कहा कि हमारे पास सब विभीषण आ गए हैं और वहां बचा क्या है? अब रावण का अंत होना निश्चित है।

उन्होंने गुना के प्रभारी मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर और पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया का नाम भी लिया। दोनों मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक हैं और उनके साथ ही कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आए थे। इस बयान को सुनकर मंच पर उपस्थित नेता हंसने लगे। सिसोदिया ने तो हाथ जोड़कर यह भी कह दिया कि हम तो राम के सेवक हैं।

Also Read : Potato Farming: अब हवा में हो सकेगी आलू की खेती, नई तकनीक से होगा किसानों को बड़ा मुनाफा

कांग्रेस ने दी प्रतिक्रिया

कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा ने कहा कि मुरलीधर राव ने मध्य प्रदेश शासन के दो मंत्री, जो दल बदलकर बीजेपी में शामिल हुए है, उनकी मौजूदगी में उन्हें विभीषण बताया है। बीजेपी ने विभीषणों को तारीफ ताकित करते हुए तालियां बजाई है। इसे क्या माना जाए? मैं गर्व से कहता हूं कि मैं कर्म से क्षत्रिय हूं। यह दोनों ही मंत्रियों को जो दोनों क्षत्रिय जैसे गौरवमय समाज से आते हैं। दोनों मंच पर मौजूद होकर राव के बयान पर अपनी मौन स्वीकृति देते हैं।

मैं दोनों ही मंत्रियों के स्वाभिमान को सलाम करता हूं। राजनीति में कितने नीचे गिर सकते है। उनके आका तो कहते थे कि उसूलों पर जहां आंच आए, टकराना जरूरी है और यदि आप जिंदा हो तो जिंदादिली को दिखाना चाहिए। मैं इन मंत्रियों से कहना चाहूंगा कि अपने आका का अनुसरण क्यों नहीं कर रहे हैं।