शनिवार को मध्यप्रदेश के सतना और मैहर क्षेत्रों में सेंट्रल जीएसटी विभाग ने बड़े स्तर पर कार्रवाई करते हुए सात कारोबारियों के ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की। इस अभियान के तहत विभाग की सात अलग-अलग टीमों ने विभिन्न व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर दबिश दी। प्रारंभिक जांच में यह संकेत मिले हैं कि इन सभी व्यापारियों द्वारा कुल मिलाकर पांच करोड़ रुपये से अधिक की कर चोरी की गई है। बताया गया है कि ये टीमें फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC) पास ऑन करने के मामलों की जांच के उद्देश्य से मौके पर पहुंचीं थीं।
जांच के घेरे में आई कंपनियां
- जेएलसी इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड नई बस्ती सतना
- रज्जू पाण्डेय चित्रकूट (सतना)
- अमन इंटरप्राइजेज पतेरी सतना
- संदीप इंटरप्राइजेज अमरपाटन(मैहर)
- पुष्पा कुशवाहा अमरपाटन(मैहर)
- होलकर कंस्ट्रक्शन एण्ड सप्लायर्स सतना
- आरआर स्टील फैब्रिकेटर नई बस्ती सतना
सेंट्रल जीएसटी टीम की जांच के दौरान सामने आया कि अमन इंटरप्राइजेज, जिसके प्रोपराइटर जितेन्द्र कुमार यादव हैं, एक फर्जी फर्म पाई गई। वहीं, अन्य व्यापारियों के यहां विभाग की टीमें दस्तावेजों की गहनता से जांच कर रही हैं।

एक साथ कई ठिकानों पर छापेमारी
सेंट्रल जीएसटी की सात टीमों ने शनिवार को जिले के विभिन्न विकासखंडों में स्थित सात व्यावसायिक प्रतिष्ठानों पर छापेमारी की। इनमें चार फर्में सतना शहर में, दो उचेहरा में और एक चित्रकूट में स्थित हैं। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, सतना की जेएलसी इंफ्रा स्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड ने तत्काल 20 लाख रुपये की राशि जमा कर दी है, जबकि स्टील फेब्रिकेटेड नामक दूसरी फर्म ने 30 लाख रुपये जमा करने के लिए कुछ समय की मांग की है। अनुमान है कि इन सातों फर्मों से कुल मिलाकर पांच करोड़ रुपये से अधिक की कर चोरी सामने आ सकती है।