इंदौर-3 से भाजपा विधायक गोलू शुक्ला के बेटे रुद्राक्ष शुक्ला ने मंगलवार देर रात देवास की चामुंडा टेकरी पहुंचकर मंदिर के पुजारी के पैर छुए और क्षमा याचना की। इससे पहले मंगलवार शाम 7:40 बजे रुद्राक्ष शुक्ला अपने चाचा बब्बी और कमल शुक्ला तथा चार अन्य दोस्तों के साथ देवास कोतवाली थाने पहुंचे थे और सरेंडर किया।
एएसपी जयवीर सिंह भदौरिया के अनुसार, सभी पांचों आरोपियों की गिरफ्तारी की प्रक्रिया पूरी कर उन्हें निजी मुचलके पर जमानत दे दी गई। गौरतलब है कि 12 अप्रैल को पुलिस ने रुद्राक्ष समेत 9 लोगों पर केस दर्ज किया था। इनमें इंदौर, उज्जैन और देवास के युवकों के नाम शामिल हैं। मीडिया से दूरी बनाते हुए रुद्राक्ष ने इस दौरान कोई भी बयान देने से इनकार कर दिया।

पार्टी आलाकमान के निर्देश पर किया सरेंडर
देवास टेकरी पर पुजारी से कथित मारपीट के इस मामले में भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने सख्त रुख अपनाया है। सोमवार को दिल्ली में पार्टी आलाकमान ने इस पूरे घटनाक्रम की रिपोर्ट तलब की थी। इसके बाद प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने स्पष्ट कहा था, “कोई भी हो, कानून सबके लिए समान है, दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।” राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की ओर से भी नाराजगी जाहिर की गई थी।
पुजारी अपने ही बयान से पलटा
घटना के बाद पुजारी और उनके परिवार ने कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें रुद्राक्ष शुक्ला का नाम लेकर मारपीट के आरोप लगाए गए थे। हालांकि, बाद में पुजारी पक्ष ने अपने बयान से पलटते हुए कहा कि विधायक पुत्र का इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है।
सूत्रों के मुताबिक, पहले यह तय किया गया था कि विधायक गोलू शुक्ला और रमेश मेंदोला देवास जाकर पुजारी परिवार से मिलेंगे। लेकिन संगठन ने इस योजना को रोकते हुए कहा कि विधायक पार्टी का चेहरा हैं और उनकी यात्रा से भाजपा की छवि को नुकसान पहुंच सकता है। इसके बाद यह रणनीति बनाई गई कि रुद्राक्ष स्वयं थाने में सरेंडर करें और पुजारी से माफी मांगें।
संगठन मंत्री ने दिए सख्त निर्देश
इंदौर में भाजपा कार्यालय में संगठन मंत्री हितानंद शर्मा ने दो घंटे तक बैठक कर मामले की समीक्षा की। बैठक में विधायक, प्रदेश पदाधिकारी और पूर्व जिलाध्यक्ष मौजूद रहे। हितानंद शर्मा ने साफ निर्देश दिए कि अब इस मामले में कोई भी नेता मीडिया में बयानबाजी नहीं करेगा। साथ ही विधायक गोलू शुक्ला से कहा गया कि वे और उनका परिवार विवादों से दूरी बनाए रखें।