सिर्फ 1 शक ने ले ली रणजीत सिंह की जान, जानिए क्यों बाबा ने करवाई उसकी हत्या

Akanksha
Published on:

आज पंचकूला की विशेष सीबीआई अदालत ने रणजीत सिंह हत्याकांड मामले में मुख्य आरोपी राम रहीम के साथ 5 लोगो को उम्र कैद की सजा सुनाई है। आपको बता दे राम रहीम डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख है और उन पर इस समूह के प्रबंधक रणजीत सिंह की हत्या का आरोप लगा था। रणजीत सिंह की हत्या के करीब 19 साल बाद आज उनके परिवार को न्याय मिला और आरोपी को उम्र कैद की सजा हुई।

इस शक के कारण गई रणजीत सिंह की जान

रणजीत सिंह हरियाणा कुरुक्षेत्र के मूल निवासी है। साल 2002 में उनकी गोली मार कर हत्या करवाई गई थी। उसके बाद 1 गुमनाम साध्वी ने पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी को चिठ्ठी लिख कर इस पूरे मामले की जांच करवाने के लिए आग्रह किया था। राम रहीम को रणजीत पर शक था कि उसने ही ने साध्वी यौन शोषण की गुमनाम चिट्ठी अपनी बहन से ही लिखवाई थी।

इस चिट्टी के कारण ही सिरसा के 1 रिपोर्टर रामचंद्र छत्रपति ने अपने अखबार पत्र में इस मामले का पूरा सच छापा जिसके बाद यह मामला प्रकाश में आया। इस खबर को छापने के बाद उनकी भी 24 अक्टूबर 2002 में गोली मार कर हत्या क्र दी गई। छत्रपति हत्याकांड में भी राम रहीम को उम्रकैद की सजा सुनाई जा चुकी है।