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आठवां अजूबा, ये हैं दुनिया की सबसे खूबसूरत सड़क, जहां हर मोड़ पर हैरान कर देती है प्राकृतिक सुंदरता

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By Swati BisenPublished On: April 6, 2025
Karakoram Highway

जब आप कहीं यात्रा पर होते हैं और रास्ते में खूबसूरत प्राकृतिक दृश्य आपका स्वागत करते हैं, तो सफर का आनंद दोगुना हो जाता है। ऐसे मनमोहक नजारे आपकी यात्रा को यादगार बना देते हैं। क्या आपने कभी दुनिया की सबसे खूबसूरत सड़क पर यात्रा करने का ख्वाब देखा है? अगर नहीं, तो आज हम आपको एक ऐसी सड़क के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे दुनिया का आठवां अजूबा कहा जाता हैं।

हम बात कर रहे हैं, पाकिस्तान में स्थित काराकोरम हाईवे एक ऐसा रास्ता है जो हैरतअंगेज पहाड़ी चट्टानों के बीच से गुजरता है और 1300 किलोमीटर तक फैला हुआ है।इसे दुनिया की सबसे खूबसूरत सड़क भी कहा जाता है। यह मार्ग किसी सपने जैसे सफर से कम नहीं है।

दुनिया की सबसे खूबसूरत सड़क हैं ये (Karakoram Highway)

आठवां अजूबा, ये हैं दुनिया की सबसे खूबसूरत सड़क, जहां हर मोड़ पर हैरान कर देती है प्राकृतिक सुंदरता

काराकोरम हाईवे काराकोरम पर्वत श्रृंखला और खुंजराब दर्रे से होकर गुजरती है, जो समुद्र तल से 4693 मीटर (15,397 फुट) की ऊंचाई पर स्थित है। इस सड़क का मार्ग ऊंचे पहाड़ों से होकर गुजरता है, जिनकी चोटियां सर्दियों में बर्फ से ढकी रहती हैं। इस सड़क पर यात्रा करना जन्नत के सफर जैसा अनुभव होता है, जहां से शानदार पर्वतीय दृश्य और प्राकृतिक सौंदर्य देखने को मिलता है।

दुनिया की सबसे ऊंची पक्की अंतरराष्ट्रीय सड़क

काराकोरम हाईवे दुनिया की सबसे ऊंची पक्की अंतरराष्ट्रीय सड़क है, जो पाकिस्तान के गिलगित-बाल्तिस्तान और चीन के शिंजियांग क्षेत्र को जोड़ती है। इसकी अद्वितीय सुंदरता और संरचना के कारण यह एक प्रमुख पर्यटक आकर्षण बन चुकी है, और यात्रा करने वाले पर्यटकों के लिए एक सपने जैसा अनुभव बन जाती है।

30 साल में बनी थी यह सड़क

इस सड़क का निर्माण 1958 में शुरू हुआ था और 1986 में पूरा हुआ। इसे बनाने में 24,000 मजदूरों ने कड़ी मेहनत की थी और इस प्रक्रिया में करीब 30 साल का वक्त लगा। यह सड़क पाकिस्तान और चीन के बीच व्यापार को बढ़ावा देने के साथ-साथ चीन और मध्य एशिया के देशों को भी जोड़ने का महत्वपूर्ण मार्ग बन चुकी है।

सड़क निर्माण के दौरान कई मजदूरों ने अपनी जान भी गवाई

इस भव्य सड़क का निर्माण बेहद कठिन और खतरनाक परिस्थितियों में हुआ था, और इसमें कई मजदूरों ने अपनी जान भी गंवाई। लगभग 810 पाकिस्तानी और 82 चीनी मजदूरों की जान सड़क के निर्माण के दौरान चली गई। इन मजदूरों की मेहनत और बलिदान को हमेशा याद किया जाएगा।

दुनिया का आठवां अजूबा हैं ये

इस सड़क के माध्यम से यात्रा करते हुए आप हुन्ज़ा, नगर, गिलगित, चिलास, दासू, बेशाम, मानसेहरा, ऐबटाबाद, और हरिपुर (हज़ारा) जैसे खूबसूरत क्षेत्रों से गुजरते हैं। ये कठिन और दुर्गम पहाड़ी इलाका इसे एक अद्भुत निर्माण कार्य बनाता है, जिसके कारण इसे दुनिया का आठवां अजूबा भी माना जाता है।