काल भैरव मंदिर का होगा भव्य पुनर्निर्माण, 163 करोड़ की योजना से होगा परिसर का विकास, श्रद्धालुओं को मिलेंगी यह सुविधाएं

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By Raj RathorePublished On: September 7, 2025

महाकाल लोक कॉरिडोर बनने के बाद अब उज्जैन का एक और प्राचीन और प्रसिद्ध मंदिर निखरने जा रहा है। शहर के काल भैरव मंदिर का कायाकल्प किया जाएगा। यहां आने वाले लाखों श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं मिल सकें, इसके लिए बड़े स्तर पर विकास कार्य प्रस्तावित किए गए हैं। योजना के तहत मंदिर परिसर में मल्टी लेवल पार्किंग, होल्डिंग एरिया, श्रद्धालुओं के ठहरने की व्यवस्था, फेसिलिटी सेंटर और आकर्षक पार्क तैयार किया जाएगा। इसके अलावा परिसर में भव्य मूर्तियों की स्थापना भी की जाएगी ताकि श्रद्धालुओं का अनुभव और अधिक दिव्य और भव्य हो सके।


163 करोड़ की योजना तैयार, मंजूरी का इंतजार

काल भैरव मंदिर के कायाकल्प के लिए कुल 163 करोड़ रुपये की योजना बनाई गई है। इसमें से 55 करोड़ रुपये कॉम्प्लेक्स निर्माण पर खर्च होंगे। इसके अलावा 49 करोड़ रुपये दो मल्टी लेवल पार्किंग बनाने पर खर्च किए जाएंगे। इलेक्ट्रिकल और मैकेनिकल कामों के लिए 51 करोड़ रुपये का बजट तय हुआ है, वहीं शेष 8 करोड़ रुपये अन्य आवश्यक कार्यों पर लगाए जाएंगे। इस पूरे प्रोजेक्ट की विस्तृत कार्ययोजना (डीपीआर) तैयार हो चुकी है और अब भोपाल में होने वाली उच्च स्तरीय बैठक में अंतिम मंजूरी मिलने का इंतजार है।

एंट्री और रोड की विशेष व्यवस्था

उज्जैन कलेक्टर रोशन सिंह के अनुसार, मंदिर में भीड़ को नियंत्रित करने और श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए अलग-अलग प्रवेश द्वार बनाए जाएंगे। इनमें सामान्य दर्शनार्थियों, वीआईपी और विशेष दर्शन करने वालों के लिए अलग-अलग एंट्री गेट होंगे। इसके साथ ही मंदिर तक आसान पहुंच के लिए एक नई अप्रोच रोड भी बनाई जाएगी। परिसर में फाउंटेन पार्क और विशाल मूर्तियों का भी निर्माण प्रस्तावित है। खासतौर पर आने वाले सिंहस्थ महाकुंभ को देखते हुए क्राउड मैनेजमेंट पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।

महाकाल मंदिर की तरह बढ़ेगा आकर्षण

महाकाल कॉरिडोर बनने के बाद उज्जैन में श्रद्धालुओं की संख्या में रिकॉर्ड वृद्धि दर्ज की गई है। जहां रोजाना लगभग 2 लाख लोग महाकाल मंदिर में दर्शन करने पहुंच रहे हैं, वहीं सावन मास में अकेले 85 लाख श्रद्धालु यहां आए थे। आंकड़ों पर नजर डालें तो 2023 में करीब 5.28 करोड़ लोग उज्जैन आए थे, जबकि 2024 में यह संख्या बढ़कर 7.32 करोड़ तक पहुंच गई। इसी पैटर्न को देखते हुए माना जा रहा है कि काल भैरव मंदिर के कायाकल्प के बाद यहां भी श्रद्धालुओं की संख्या में भारी इजाफा होगा और उज्जैन धार्मिक पर्यटन का और बड़ा केंद्र बनकर उभरेगा।