J&K विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान आज, 10 साल बाद होंगे इलेक्शन

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By Srashti BisenPublished On: August 16, 2024

आज चुनाव आयोग 2024 के अंत में होने वाले विधानसभा चुनावों की तारीखों की घोषणा करेगा। प्रेस कॉन्फ्रेंस दोपहर 3 बजे होगी, जिसमें जम्मू-कश्मीर और हरियाणा के विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान किया जा सकता है। महाराष्ट्र और झारखंड की तारीखों की घोषणा कुछ समय बाद की जाएगी। जम्मू-कश्मीर में यह पहला विधानसभा चुनाव होगा, जब से अनुच्छेद 370 को समाप्त किया गया है।

जम्मू-कश्मीर में चुनाव की तैयारी

9 अगस्त को मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने जम्मू-कश्मीर का दौरा किया और कहा कि आयोग चुनाव कराने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग को जम्मू-कश्मीर में 30 सितंबर 2024 तक विधानसभा चुनाव कराने का आदेश दिया था, ताकि राज्य को जल्द से जल्द उसकी स्थिति वापस मिल सके।

सुरक्षा और संवेदनशील इलाकों पर ध्यान

चुनाव आयोग ने उत्तरी कश्मीर के जिलों को संवेदनशील मानते हुए चुनौतियों का सामना करने की तैयारी की है। इनमें अनंतनाग, बारामूला, और श्रीनगर शामिल हैं। दक्षिण कश्मीर में भी कठुआ, सांबा, और जम्मू जैसे जिले संवेदनशील माने जा रहे हैं।

जम्मू-कश्मीर में पिछली बार चुनाव

जम्मू-कश्मीर में पिछली बार 2014 में विधानसभा चुनाव हुए थे, जिनमें पांच चरणों में मतदान हुआ था। बीजेपी और पीडीपी के गठबंधन से महबूबा मुफ्ती मुख्यमंत्री बनीं, लेकिन 2018 में गठबंधन टूट गया और सरकार गिर गई। लोकसभा चुनाव 2019 में हुए, लेकिन विधानसभा चुनाव नहीं कराए गए।

नए विधानसभा परिसीमन के तहत चुनाव

विधानसभा परिसीमन के बाद जम्मू-कश्मीर में कुल 114 सीटें हैं, जिनमें से 24 पीओके के अंतर्गत आती हैं। शेष 90 सीटों में 43 जम्मू संभाग में और 47 कश्मीर संभाग में हैं। पिछली बार के चुनाव में 87 सीटों पर मतदान हुआ था, जिसमें पीडीपी ने सबसे अधिक 28 सीटें जीतीं।

हरियाणा और महाराष्ट्र में भी चुनाव

हरियाणा में 90 सीटों पर एक चरण में चुनाव होने की संभावना है, जहां वर्तमान में बीजेपी की सरकार है। महाराष्ट्र की 288 सीटों पर चुनाव की तारीखों का ऐलान बाद में होगा। झारखंड में भी 81 सीटों पर चुनाव होने हैं, जहां झामुमो-कांग्रेस की सरकार है।

अगले कदम और संभावित चुनाव कार्यक्रम

चुनाव आयोग की आज की घोषणा से इन राज्यों में चुनाव की प्रक्रिया की दिशा स्पष्ट होगी। इसके बाद, चुनाव की तारीखों और कार्यक्रमों की जानकारी विस्तृत रूप से साझा की जाएगी, जिससे संबंधित क्षेत्रों में चुनावी तैयारियां और सक्रिय हो सकेंगी।