आईपीएल के इतिहास का होगा सबसे बड़ा सौदा, आरसीबी 17 हजार करोड़ में बिकने को तैयार, मालिक ढूँढ रहा खरीददार

IPL 2025 की विजेता RCB टीम को यूनाइटेड स्पिरिट्स लिमिटेड लगभग 2 अरब डॉलर में बेचने पर विचार कर रही है। पहले यह कंपनी विजय माल्या की थी, लेकिन अब डियाजियो के अधिग्रहण के बाद RCB की मालिक है।

Abhishek Singh
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इंडियन प्रीमियर लीग 2025 की विजेता रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) टीम की बिक्री की अटकलें तेज हो गई हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, मैकडॉवल्स व्हिस्की का निर्माण करने वाली यूनाइटेड स्पिरिट्स लिमिटेड (USL) इस टीम को लगभग 2 अरब डॉलर यानी करीब 17 हजार करोड़ रुपए में बेचने पर विचार कर रही है।

पहले यूनाइटेड स्पिरिट्स लिमिटेड (USL) विजय माल्या की स्वामित्व वाली कंपनी थी। उनके दिवालिया घोषित होने के बाद, ब्रिटिश शराब निर्माता कंपनी डियाजियो ने USL का अधिग्रहण कर लिया और इसी के साथ RCB का मालिकाना हक भी उसके पास चला गया।

IPL में अब तक की सबसे बड़ी फाइनेंशियल डील

यदि डियाजियो RCB को बेचने का निर्णय लेती है, तो यह IPL के इतिहास की अब तक की सबसे बड़ी डील साबित हो सकती है। इससे पहले जब लीग में लखनऊ सुपर जायंट्स और गुजरात टाइटन्स को शामिल किया गया था, तब लखनऊ फ्रेंचाइज़ी को RPSG ग्रुप ने 7,090 करोड़ रुपए में और गुजरात को CVC कैपिटल ने 5,625 करोड़ रुपए में खरीदा था। इन दोनों सौदों को अब तक की सबसे बड़ी फ्रेंचाइज़ी डील्स माना जाता है।

RCB की लगभग 2 बिलियन डॉलर (करीब 17,000 करोड़ रुपए) की अनुमानित वैल्यूएशन, लखनऊ सुपर जायंट्स और गुजरात टाइटन्स की खरीद कीमत से कहीं अधिक है।

RCB को बेचने की क्या है असली वजह?

  • RCB ने हाल ही में IPL 2025 में अपनी पहली ट्रॉफी जीती है, जिससे उसकी व्यावसायिक वैल्यू में उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई है। ऐसे में टीम को बेचने के लिए यह समय बेहद उपयुक्त माना जा सकता है।
  • बिजनेस रणनीति में बदलाव: चूंकि RCB डियाजियो के मुख्य शराब कारोबार का हिस्सा नहीं है, इसलिए टीम की बिक्री कंपनी को अपने मुख्य व्यवसाय—शराब निर्माण—पर केंद्रित रहने में मदद कर सकती है।
  • स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा IPL जैसे आयोजनों में शराब और तंबाकू के प्रचार पर सख्ती की मांग के चलते, डियाजियो अब खुद को लीग से अलग करने की योजना बना रहा है।

RCB की कमान कैसे पहुंची ब्रिटिश हाथों में?

RCB की शुरुआत में मालिकाना हक शराब कारोबारी विजय माल्या के पास था। लेकिन 2016 में जब वे वित्तीय संकट में फंसे, तो डियाजियो ने उनकी शराब कंपनी यूनाइटेड स्पिरिट्स लिमिटेड (USL) के साथ-साथ RCB का स्वामित्व भी अपने हाथ में ले लिया।

विजय माल्या ने 2008 में इस टीम को 111.6 मिलियन डॉलर में खरीदा था, जो उस समय लगभग 476 करोड़ रुपए के बराबर थी। RCB उस वक्त IPL की दूसरी सबसे महंगी फ्रेंचाइज़ी थी, और इसका स्वामित्व माल्या की कंपनी USL के माध्यम से था।

2014 में डियाजियो ने यूनाइटेड स्पिरिट्स लिमिटेड (USL) में बड़ी हिस्सेदारी हासिल की थी। इसके बाद 2016 तक विजय माल्या के बाहर होने के साथ ही RCB का पूरा स्वामित्व डियाजियो के पास चला गया। वर्तमान में RCB का प्रबंधन USL की सहायक कंपनी रॉयल चैलेंजर्स स्पोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड (RCSPL) के जिम्मे है।