मध्यप्रदेश सरकार अब राज्यभर में सड़क नेटवर्क को और अधिक मज़बूत बनाने जा रही है। पहले तक केवल बड़े शहरों में रिंग रोड बनाए गए थे, लेकिन अब छोटे शहरों को भी इससे जोड़ा जाएगा। गांवों से निकलने वाली छोटी और सिंगल लेन सड़कों को चौड़ा कर उन्हें सीधे नेशनल हाईवे से कनेक्ट करने की योजना तैयार की गई है। इस महत्वाकांक्षी परियोजना को लोक निर्माण विभाग (PWD) लागू करेगा। इसके लिए पहले चरण का सर्वे कार्य शुरू कर दिया गया है।
25 शहरों का सर्वे और 800 किमी सड़क का खाका
सूत्रों के अनुसार, अब तक राज्य के 25 शहरों में प्राथमिक सर्वे पूरा हो चुका है। इस सर्वे के दौरान यह आकलन किया गया कि हाईवे तक जाने वाली छोटी सड़कों की लंबाई कितनी है और उन रास्तों पर पुल, नाले, नदियां या रेलवे लाइन जैसी बाधाएं कहां आती हैं। योजना के मुताबिक, लगभग 800 किलोमीटर लंबी सड़कों को डबल लेन में तब्दील किया जाएगा और उन्हें बायपास व हाईवे से जोड़ा जाएगा। सरकार का उद्देश्य है कि गांवों से शहरों और बड़े हाइवे तक सीधा और आसान संपर्क उपलब्ध हो, ताकि ग्रामीणों को लंबा चक्कर न लगाना पड़े। इसके लिए प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना (PMGSY) की मौजूदा सिंगल लेन सड़कों को पीडब्ल्यूडी अपने अधीन लेकर चौड़ा करेगा।
नर्मदापुरम में रिंग रोड को मिलेगा विस्तार
नर्मदापुरम शहर में पहले से ही लगभग 26 किलोमीटर लंबा बायपास बनाया गया है, जो बुधनी से नर्मदा नदी होते हुए इटारसी तक जाता है। अब नए प्रस्ताव के तहत शहर के दूसरे हिस्से में 11 किलोमीटर लंबी डबल लेन सड़क बनाई जाएगी। इस सड़क को रेलवे ब्रिज से जोड़ा जाएगा, जिससे शहर के चारों ओर रिंग रोड का स्वरूप पूरा हो जाएगा। इस योजना में 9 प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़कें भी शामिल की जाएंगी, जिससे आसपास के गांव सीधे इस नेटवर्क से जुड़ जाएंगे।
सीहोर और नागदा में भी तैयार होगी नई सड़कें
सीहोर में इस समय रफीकगंज से टोल नाके तक 16 किलोमीटर लंबा बायपास है। नए सर्वे में 23 किलोमीटर लंबी दो लेन सड़क का प्रस्ताव है, जो रफीकगंज से शिवपुरी और जमुनिया कला होते हुए टोल नाके तक जाएगी। इससे न केवल शहर की रिंग रोड पूरी होगी बल्कि लगभग 10 गांवों की प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़कें भी इस नेटवर्क से जुड़ जाएंगी। इसी तरह नागदा शहर को भी रिंग रोड से जोड़ने की योजना बनाई गई है। यहां 34 किलोमीटर लंबा रिंग रोड मार्ग प्रस्तावित है। यह सड़क डबरी से शुरू होकर बुरानाबाद, पिरियाखेड़ी, खजुरिया और बनबान गांवों को जोड़ते हुए फिर से डबरी पर समाप्त होगी। इस सड़क के बनने से शहर का चारों ओर से रिंग रोड नेटवर्क तैयार हो जाएगा।
जनता और यातायात दोनों को मिलेगा लाभ
अधिकारियों का कहना है कि इस योजना के पूरा होने पर गांव और छोटे शहरों को हाईवे तक आसान कनेक्टिविटी मिल जाएगी। इससे न केवल ग्रामीणों का समय बचेगा बल्कि शहरों के भीतर का ट्रैफिक दबाव भी कम होगा। हाईवे से सीधा जुड़ाव होने के कारण लंबी दूरी तय करने की मजबूरी खत्म हो जाएगी। सर्वे के बाद इस पर आम जनता से आपत्तियां और सुझाव मांगे जाएंगे। उसके बाद सुधार करते हुए अंतिम रिपोर्ट तैयार की जाएगी और फिर सड़क निर्माण का काम तेजी से शुरू होगा।