एमपी के यात्रियों के लिए जरूरी खबर, 11 से 15 अक्टूबर तक रद्द रहेंगी कई ट्रेनें, सफर करने से पहले देखें पूरी लिस्ट

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By Pinal PatidarPublished On: October 8, 2025

मध्यप्रदेश के रेल यात्रियों के लिए एक अहम खबर सामने आई है। पश्चिम रेलवे के रतलाम मंडल के उज्जैन स्टेशन पर बड़े स्तर पर यार्ड रीमॉडलिंग (Ujjain Yard Remodeling) का काम शुरू होने जा रहा है। इसके चलते 11 अक्टूबर से 15 अक्टूबर 2025 तक नॉन-इंटरलॉकिंग कार्य किया जाएगा। इस तकनीकी कार्य के कारण कई ट्रेनों का संचालन प्रभावित रहेगा। कुछ ट्रेनें रद्द (Cancelled) होंगी, कुछ शॉर्ट टर्मिनेट / शॉर्ट ओरिजिनेट (Short Terminated/Originated) की जाएंगी, जबकि कुछ का मार्ग (Route) अस्थायी रूप से बदला जाएगा। रेलवे प्रशासन ने यात्रियों को सलाह दी है कि यात्रा से पहले अपनी ट्रेन की स्थिति अवश्य जांच लें ताकि असुविधा से बचा जा सके।

11 से 15 अक्टूबर तक ये ट्रेनें पूरी तरह रद्द रहेंगी


इस अवधि के दौरान नागदा-बीना एक्सप्रेस (19341) और बीना-नागदा एक्सप्रेस (19342) जैसी प्रमुख ट्रेनें निरस्त रहेंगी। इसी प्रकार इंदौर-उज्जैन पैसेंजर (69213 / 69214) ट्रेनों को भी अस्थायी रूप से बंद किया जाएगा। यानी, उज्जैन और इंदौर के बीच नियमित पैसेंजर सेवा इन पांच दिनों तक उपलब्ध नहीं रहेगी। इन ट्रेनों के यात्रियों को अन्य वैकल्पिक व्यवस्थाओं का सहारा लेना होगा।

शॉर्ट टर्मिनेट या आंशिक रूप से रद्द होने वाली ट्रेनें

रेलवे के अनुसार, कई ट्रेनों को आंशिक रूप से संचालित किया जाएगा। उदाहरण के लिए, उज्जैन–इंदौर पैसेंजर (69211 / 69212) अब फतेहाबाद चंद्रावतीगंज से चलेगी, और उज्जैन से इस स्टेशन के बीच की यात्रा रद्द रहेगी। इसी तरह चित्तौड़गढ़–उज्जैन पैसेंजर (69231 / 69232) को भी आंशिक रूप से संचालित किया जाएगा।

इसके अलावा, भोपाल–उज्जैन पैसेंजर (59320) मक्‍सी स्टेशन पर ही शॉर्ट टर्मिनेट होगी, और उज्जैन से मक्सी के बीच का हिस्सा निरस्त रहेगा। दाहोद–भोपाल एक्सप्रेस (19339/19340) का संचालन भी सिर्फ नागदा तक सीमित रहेगा। इस तरह यात्रियों को आंशिक रद्दीकरण की जानकारी पहले से रखनी जरूरी है।

मार्ग परिवर्तित ट्रेनें – रूट बदलेगा, ठहराव बढ़ेगा

यार्ड कार्य की वजह से कई लंबी दूरी की ट्रेनों को वैकल्पिक मार्गों से चलाया जाएगा। उदाहरण के तौर पर, नई दिल्ली–डॉ. अंबेडकर नगर एक्सप्रेस (20156) अब नागदा–रतलाम–फतेहाबाद चंद्रावतीगंज–इंदौर होते हुए चलेगी, और इस दौरान रतलाम स्टेशन पर 2 मिनट का विशेष ठहराव जोड़ा गया है। इसी तरह इंदौर–वाराणसी एक्सप्रेस (20416/20414) और डॉ. अंबेडकर नगर–प्रयागराज एक्सप्रेस (14115) को देवास-मक्सी-संत हिरदाराम नगर के रास्ते से डायवर्ट किया गया है।

इसके अलावा, उधना–बनारस एक्सप्रेस (20961), बीकानेर–साईनगर शिरडी स्पेशल (04715), और इंदौर–पटना एक्सप्रेस (19313 / 19321) जैसी लंबी दूरी की गाड़ियां भी अस्थायी रूप से वैकल्पिक मार्ग से चलेंगी। इन ट्रेनों के रूट में कोटा, गुना, रुठियाई, बीना जैसे स्टेशन शामिल किए गए हैं ताकि नेटवर्क पर दबाव कम हो सके।

क्यों जरूरी है यह नॉन-इंटरलॉकिंग कार्य?

रेलवे अधिकारियों के अनुसार, उज्जैन यार्ड का रिमॉडलिंग कार्य लंबे समय से लंबित था। इसके तहत ट्रैक लेआउट को आधुनिक बनाया जाएगा, सिग्नलिंग सिस्टम को अपग्रेड किया जाएगा, और ट्रेनों की मूवमेंट को और तेज़ व सुरक्षित बनाया जाएगा। इस प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद ट्रेनों की औसत गति और संचालन क्षमता में वृद्धि होगी। यात्रियों को आगे आने वाले समय में अधिक सुगम और समयनिष्ठ यात्रा का लाभ मिलेगा।

यात्रीगण कृपया ध्यान दें

रेलवे ने कहा है कि 11 से 15 अक्टूबर तक यात्रा करने वाले सभी यात्रियों को अपने ट्रेन टिकट और समय की जानकारी IRCTC वेबसाइट या रेलवे पूछताछ हेल्पलाइन (139) के माध्यम से जांचनी चाहिए। प्रभावित ट्रेनों के यात्रियों को पूर्ण किराया वापस मिलेगा, यदि वे टिकट रद्द करना चाहें।