Honorarium Hike : राज्य के संविदा कर्मचारियों के लिए अच्छी खबरें वृद्धि की गई है। इसके लिए राज्य सरकार द्वारा कर्मचारियों को बड़ी राहत देते हुए उनके मानदेय को 3000 रूपए से बढ़ाया गया है। इतना ही नहीं निकाय की बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले भी लिए गए हैं।
प्रदेश के नगर निकाय निदेशालय ने संविदा पर काम करने वाले कर्मचारी के लिए बड़े ऐलान की है।सरकार ने कर्मचारियों के मानदेय में हर महीने 3000 रूपए की वृद्धि कर दी है। इसके साथ ही शहरी आजीविका केंद्र को अब स्व सहायता समूह की महिलाएं चलायेंगी।

आश्रय गृह और शहरी आजीविका केंद्र का बागडोर महिलाओं के हाथ में
सरकार ने आश्रय गृह और शहरी आजीविका केंद्र का बागडोर महिलाओं के हाथ में सौंपी गई है। प्रमुख सचिव नगर विकास अमृत अभिजात की अध्यक्षता में हुई बैठक में निर्णय लिया गया है। ऐसे में उनके मानदेय में बढ़ोतरी देखी जाएगी।
बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसला
बता दे कि उत्तर प्रदेश में शासन निकाय की बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसला लिया गया है। सरकार शहरी गरीबों की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए गई योजनाएं चल रही है। इन योजनाओं की जानकारी गरीबों तक आसानी से पहुंचे, इसे सुनिश्चित किया जाएगा।
सालाना वेतन में 36000 तक की वृद्धि
इसके अलावा नगर निकाय निदेशालय में संविदा पर काम करने वाले कर्मचारियों के वेतन में 3000 रूपए प्रति महीने का इजाफा देखा जाएगा। जिससे सालाना उनके वेतन में 36000 तक की वृद्धि रिकॉर्ड की जाएगी। साथ ही जो लोग काम करने में माहिर है लेकिन उनके पास किसी भी तरह की डिग्री नहीं है। उन्हें भी रोजगार दिलाने में मदद की जाएगी। उनका नाम और काम अब निकाय निदेशालय में रजिस्टर्ड किया जाएगा।
155 शेलटर होम बनाए जाने का भी निर्णय
बैठक में उत्तर प्रदेश शासन में 155 शेलटर होम बनाए जाने का भी निर्णय लिया गया है। अभी 63 शहरी आजीविका केंद्र चल रहे हैं। दीनदयाल अंत्योदय योजना मिशन के तहत चलने वाले गृह को अब स्वयं सहायता समूह की महिलाएं चलायेंगी। वही इनका संचालन करेगी। इसके अलावा उत्तर प्रदेश में 155 शेलटर होम भी बनाए जाएंगे। जिसमें 10000 से अधिक लोगों के रहने की व्यवस्था की जाएगी।
संविदा कर्मचारियों के लिए मानदेय में बढ़ोतरी का फैसला निश्चित ही स्वागत योग्य है। इसके साथ ही उनके वेतन में बढ़ोतरी देखी जाएगी। जल्द इस मामले में आदेश जारी किया जाएगा। इसके बाद कर्मचारियों के वेतन में इजाफा देखने को मिलेगा।