संगीत नगरी से ताज नगरी का सफर होगा आसान, 4,612 करोड़ की लागत से बनेगा हाईटेक एक्सप्रेसवे

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By Srashti BisenPublished On: April 15, 2025
MP News

म्यूजिक सिटी ग्वालियर से ताज नगरी आगरा का सफर अब आसान और तेज़ होने जा रहा है। केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना के तहत एक नया सिक्स-लेन ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे बनाया जा रहा है, जो उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्यप्रदेश को जोड़ेगा।

इस हाई-स्पीड एक्सप्रेसवे के बन जाने के बाद ग्वालियर से आगरा की दूरी महज 90 मिनट में तय की जा सकेगी, जो फिलहाल करीब तीन घंटे में पूरी होती है।

तीन राज्यों के चार जिले होंगे लाभान्वित

यह एक्सप्रेसवे आगरा (UP), धौलपुर (राजस्थान), मुरैना और ग्वालियर (MP) के कुल 63 गांवों की 550 हेक्टेयर भूमि से होकर गुजरेगा। इससे न सिर्फ इन क्षेत्रों की कनेक्टिविटी बेहतर होगी, बल्कि आर्थिक और सामाजिक विकास को भी नई रफ्तार मिलेगी।

4,612 करोड़ की लागत से बनेगा हाईटेक एक्सप्रेसवे

इस महत्वाकांक्षी परियोजना को एनएचएआई द्वारा 88.400 किलोमीटर की लंबाई में विकसित किया जा रहा है, जिसकी कुल लागत 4,612.65 करोड़ रुपये है। निर्माण कार्य का जिम्मा उदयपुर की जीआर इंफ्रा कंपनी को सौंपा गया है। निर्माण अक्टूबर 2025 में शुरू होगा और इसे 30 महीनों के भीतर, यानी 2028 तक पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया है। निर्माण की ज़िम्मेदारी उदयपुर की जीआर इंफ्रा कंपनी को सौंपी गई है।

वाहनों के लिए सुपरफास्ट और स्मार्ट सुविधा

यह एक्सप्रेसवे न केवल तेज़, बल्कि तकनीकी रूप से भी बेहद उन्नत होगा:

  • वाहन 100 किलोमीटर प्रति घंटे से अधिक की रफ्तार से दौड़ सकेंगे।
  • जीपीएस आधारित टोल सिस्टम लागू होगा, जिसमें जितना सफर करेंगे, उतना ही टोल चुकाना होगा।
  • आईटीएमएस (Intelligent Traffic Management System) से ट्रैफिक का पूरा नियंत्रण होगा।
  • पूरे रूट पर CCTV निगरानी, एम्बुलेंस, फायर फाइटर, क्रेन सेवा, और एक कंट्रोल रूम की व्यवस्था रहेगी।
  • पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखते हुए सुरंग और वायाडक्ट भी बनाए जाएंगे।

इन्फ्रास्ट्रक्चर की मजबूती: पुल, फ्लाईओवर और अंडरपास

इस प्रोजेक्ट के तहत आधुनिक और सुरक्षित सड़क संरचना पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है:

  • 8 बड़े पुल, 23 छोटे पुल
  • 6 फ्लाईओवर, 5 एलिवेटेड वायाडक्ट
  • 1 रेलवे ओवर ब्रिज
  • 42 अंडर पास

सड़क पर एक साथ 31435 वाहन सुगमता से गुजर सकेंगे।

गांवों को मिलेगा रियल एस्टेट और लॉजिस्टिक हब का लाभ

इस परियोजना से प्रभावित गांवों को भी बड़ा लाभ मिलेगा। ग्वालियर के सुसैरा, मुरैना के 25 गांव, आगरा के 18 गांव और धौलपुर के 23 गांव की भूमि इस रूट में आएगी। इससे इन क्षेत्रों में रियल एस्टेट, आईटी सेक्टर, टूरिज्म, ई-कॉमर्स और लॉजिस्टिक हब के रूप में संभावनाएं बढ़ेंगी। ग्रामीण क्षेत्रों में भी रोजगार और विकास के नए अवसर खुलेंगे।

तीन राज्यों को जोड़ेगा विकास का हाईवे

यह ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे केवल एक सड़क परियोजना नहीं, बल्कि उत्तर भारत के उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश को जोड़ने वाला एक विकास का कॉरिडोर बनने जा रहा है।