सितंबर का महीना आधा गुजर चुका है और देश के कई हिस्सों में मानसून की वापसी शुरू हो गई है। हालांकि, मध्यप्रदेश में अब भी बारिश का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। रविवार को प्रदेश के कई जिलों में कभी हल्की तो कभी तेज बौछारें पड़ीं। भोपाल, नर्मदापुरम, उज्जैन, मंडला और नरसिंहपुर जैसे इलाकों में लगातार वर्षा दर्ज की गई। इससे जहां किसानों के चेहरे खिल उठे, वहीं शहरों में जगह-जगह जलभराव की स्थिति भी देखने को मिली।
अगले तीन दिन हल्की बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक, फिलहाल मध्यप्रदेश में कोई बड़ा मौसमी सिस्टम सक्रिय नहीं है। इसी कारण अगले तीन दिनों तक केवल हल्की बारिश की ही संभावना जताई गई है। यानी 24 सितंबर तक प्रदेशभर में रुक-रुककर बूंदाबांदी और हल्की वर्षा होती रहेगी। इस दौरान तेज बारिश या भारी बरसात की संभावना कम बताई गई है।
25-26 सितंबर को फिर बरसेंगे बादल
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि बंगाल की खाड़ी में एक नया सिस्टम बनने की संभावना है। यह सिस्टम कम दबाव का क्षेत्र लेकर आएगा, जिससे प्रदेश में 25 और 26 सितंबर को तेज बारिश हो सकती है। इस दौरान कई जिलों में गरज-चमक के साथ भारी वर्षा का दौर देखने को मिलेगा। माना जा रहा है कि यह मानसून की विदाई से पहले की अंतिम तेज बारिश होगी। इसके बाद धीरे-धीरे मानसून कमजोर पड़ने लगेगा और वापसी की प्रक्रिया शुरू होगी।
रविवार को कई जिलों में झमाझम बारिश
रविवार का दिन प्रदेश के कई हिस्सों के लिए राहत भरा साबित हुआ। दिनभर धूप और उमस से परेशान लोगों को शाम के समय हुई बारिश ने राहत दी। भोपाल में कोलार डैम, कलियासोत और भदभदा डैम के गेट बारिश के चलते खुले रहे। उज्जैन में शाम को अचानक तेज वर्षा ने मौसम का मिजाज बदल दिया। नर्मदापुरम और नरसिंहपुर में भी लगातार बारिश दर्ज की गई, जबकि करीब 15 जिलों में हल्की बारिश हुई।
लोकल सिस्टम से हो रही वर्षा
मौसम विभाग ने स्पष्ट किया कि इस समय कोई बड़ा सिस्टम प्रदेश में सक्रिय नहीं है, लेकिन कई बार स्थानीय मौसमी परिस्थितियों के कारण बारिश हो जाती है। इसी लोकल सिस्टम की वजह से प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में रुक-रुककर बारिश हो रही है। यही कारण है कि रविवार को भी कई जिलों में बूंदाबांदी और झमाझम वर्षा दर्ज की गई। विभाग का अनुमान है कि अगले दो-तीन दिनों तक यही स्थिति बनी रहेगी और 25 सितंबर से नए सिस्टम के प्रभाव से तेज बारिश का दौर शुरू होगा।