भारत को आजादी मिलने के बाद भी 14 साल तक गुलाम था ये राज्य, नाम जानकर हैरान हो जाएंगे आप, आज हर किसी की हैं ड्रीम डेस्टिनेशन

भारत ने 1961 में ऑपरेशन विजय के तहत गोवा को पुर्तगालियों के 450 साल के शासन से मुक्त कराया और इसे भारत का हिस्सा बना लिया। 19 दिसंबर 1961 को गोवा ने स्वतंत्रता हासिल की, जिसे भारतीय इतिहास में एक महत्वपूर्ण मोड़ के रूप में याद किया जाता है।

Srashti Bisen
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भारत को 1947 में ब्रिटेन से आज़ादी मिल गई थी, लेकिन एक राज्य ऐसा था, जो उस वक्त भी गुलामी की जंजीरों में जकड़ा हुआ था। हम बात कर रहे हैं खूबसूरत और आकर्षक गोवा की। जहां पर लंबे समय तक पुर्तगाली शासन का दबदबा था। इस राज्य को पुर्तगाली साम्राज्य से मुक्ति दिलाने के लिए भारतीय सेना ने 14 साल बाद कड़ी लड़ाई लड़ी। गोवा, जो आज अपनी बीचेज़, संस्कृति और खूबसूरती के लिए दुनिया भर में मशहूर है, तब पुर्तगालियों के शासन में था।

यह था वह समय जब भारत ने ब्रिटिश साम्राज्य से अपनी स्वतंत्रता हासिल कर ली थी, लेकिन गोवा पर पुर्तगालियों की पकड़ अभी भी मजबूत थी। भारतीय सेना ने 1961 में गोवा को इस गुलामी से मुक्त कराया और उसे भारत का हिस्सा बनाया। अब गोवा एक ऐसा स्थल बन चुका है, जहाँ हर कोई एक बार अपनी जिंदगी में जरूर जाना चाहता है!

450 सालों का तक रहा पुर्तगालियों का दबदबा 

गोवा, जो आज एक प्रमुख पर्यटन स्थल है, कभी पुर्तगाल का हिस्सा था। यहां पर पुर्तगाली सत्ता की पकड़ बेहद मजबूत थी, और भारतीय उपमहाद्वीप के बाकी हिस्सों की तुलना में गोवा पर उनका शासन काफी लंबा रहा। जब भारत को 1947 में ब्रिटिश साम्राज्य से मुक्ति मिल गई, तब भी गोवा पुर्तगालियों के अधीन था।

ऑपरेशन विजय

50 के दशक में भारत ने बार-बार पुर्तगाल से आग्रह किया कि वह गोवा को छोड़ दे, लेकिन पुर्तगाल ने इन प्रस्तावों को नजरअंदाज किया। इसके बाद, भारत सरकार ने 1961 में सख्त कदम उठाने का निर्णय लिया। तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की सरकार ने ऑपरेशन विजय के तहत सेना को गोवा की ओर भेजा। भारतीय सेना ने इसे एक सैन्य अभियान के रूप में अंजाम दिया, जिससे पुर्तगालियों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की जा सके।

लगातार 36 घंटे तक चला था युद्ध

ऑपरेशन विजय के तहत भारतीय सेना ने 18 दिसंबर 1961 को गोवा में प्रवेश किया। हालांकि, पुर्तगालियों ने इस पर कड़ा प्रतिरोध किया और गोवा में भारतीय सैनिकों के प्रवेश के मार्ग को रोकने के लिए वास्को के पास एक पुल को उड़ा दिया। लेकिन भारतीय सेना के जुझारू सैनिकों के सामने पुर्तगाली सेना ज्यादा देर तक टिक नहीं सकी। करीब 36 घंटे तक चले इस युद्ध में पुर्तगाली सैनिकों ने आखिरकार घुटने टेक दिए।

19 दिसंबर 1961 Goa को मिली स्वतंत्रता

19 दिसंबर 1961 को भारतीय सेना ने गोवा को पुर्तगालियों के 450 साल के शासन से मुक्ति दिलाई। इस दिन को भारत के इतिहास में एक अहम मोड़ के रूप में याद किया जाता है, क्योंकि इस दिन गोवा ने पूरी तरह से स्वतंत्रता हासिल की और यह भारतीय संघ का हिस्सा बन गया।