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प्याज से कोसों दूर रहते हैं भारत के इस जगह के लोग, खाना और बेचना हैं बैन, जानें क्या हैं इसके पीछे की वजह

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By Swati BisenPublished On: April 7, 2025
pyaz banned in katra

भारत में हर राज्य और शहर किसी विशेष कारण से प्रसिद्ध हैं, चाहे वह वहां की प्राकृतिक सुंदरता हो, ऐतिहासिक धरोहर हो या फिर वहां के धार्मिक स्थल। हर राज्य में कुछ ऐसा खास है, जो पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है। अगर आप प्राकृतिक सौंदर्य के दीवाने हैं, तो उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर जैसे क्षेत्र आपके लिए आदर्श हैं। वहीं, अगर आप रेगिस्तान की सुंदरता देखना चाहते हैं, तो राजस्थान आपका इंतजार कर रहा है। और अगर आप संस्कृति और धर्म की गहराई में उतरना चाहते हैं, तो मध्य प्रदेश की ऐतिहासिक यात्रा आपके लिए बेहतरीन रहेगी।

भारत के भोजन की विविधता भी उतनी ही आकर्षक है, जितना कि यहां के पर्यटन स्थल। भारतीय रसोई में प्याज का इस्तेमाल बहुत आम है, जो विभिन्न प्रकार के पकवानों में अहम भूमिका निभाता है। लेकिन आज हम आपको एक ऐसे अनोखे स्थान के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां प्याज का सेवन पूरी तरह से निषेध है। यह स्थान भारत के एक धार्मिक स्थल से जुड़ा हुआ है, जहां के नियमों और परंपराओं को देखकर आप हैरान रह जाएंगे।

भारत में यहां बैन हैं प्याज

प्याज से कोसों दूर रहते हैं भारत के इस जगह के लोग, खाना और बेचना हैं बैन, जानें क्या हैं इसके पीछे की वजह

आपने भारत के विभिन्न हिस्सों में स्वादिष्ट भोजन का लुत्फ उठाया होगा, लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत में एक ऐसी जगह भी है, जहां पर प्याज का इस्तेमाल बिल्कुल भी नहीं होता? यह स्थान है कटरा, जो जम्मू और कश्मीर राज्य में स्थित है और यह जगह विश्व प्रसिद्ध माता वैष्णो देवी का धाम है। कटरा एक धार्मिक स्थल है, जहां हर साल लाखों श्रद्धालु अपनी आस्था और भक्ति के साथ पहुंचते हैं।

यहां प्याज का सेवन न करने का एक खास कारण है- यहां की धार्मिक आस्था और परंपराएं। चूंकि कटरा माता वैष्णो देवी के मंदिर के पास स्थित है, जहां हर दिन अनगिनत भक्त माता के दर्शन के लिए आते हैं, यहां पर प्याज खाने और बेचने पर सख्त प्रतिबंध लगाया गया है। धार्मिक दृष्टि से इस स्थान पर प्याज का सेवन ना करने की एक खास मान्यता है।

क्यों है प्याज पर प्रतिबंध?

कटरा में प्याज पर प्रतिबंध लगाने का मुख्य कारण यहां के धार्मिक महत्व और आस्थाओं को संरक्षित करना है। प्रशासन ने यह कदम इसलिए उठाया है ताकि श्रद्धालुओं की धार्मिक भावनाओं का सम्मान किया जा सके। यहां के स्थानीय होटल और दुकानों में आपको प्याज से बने कोई भी व्यंजन नहीं मिलेंगे, और न ही प्याज की बिक्री कहीं पर होती है। यह एक अद्वितीय पहल है, जो इस स्थान की विशिष्टता को और बढ़ाती है।

कटरा का वातावरण शांतिपूर्ण और आध्यात्मिक है। यहां के लोग और प्रशासन पूरी तरह से धार्मिक परंपराओं का पालन करते हैं, और इस प्रतिबंध को श्रद्धा और सम्मान की भावना के रूप में देखा जाता है। इस स्थल की यात्रा करने वाले श्रद्धालु यह मानते हैं कि यहां की परंपराओं को समझकर और उनका सम्मान करके वे अपनी यात्रा को और भी पवित्र बना सकते हैं।