DU छात्रा स्नेहा देबनाथ की लाश यमुना में बरामद, 6 दिन से थी लापता

7 जुलाई को हुई थी लापता

Dilip Mishra
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दिल्ली यूनिवर्सिटी की 19 वर्षीय छात्रा स्नेहा देबनाथ का शव रविवार (13 जुलाई) को यमुना नदी से बरामद किया गया। वह बीते छह दिनों से लापता थी। मूल रूप से त्रिपुरा की रहने वाली स्नेहा, दक्षिणी दिल्ली के पर्यावरण कॉम्प्लेक्स में रहती थीं और आत्मा राम सनातन धर्म कॉलेज की छात्रा थीं। पुलिस के मुताबिक, घटना आत्महत्या से जुड़ी हो सकती है क्योंकि मौके से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है।

7 जुलाई को हुई थी लापता

पुलिस के अनुसार, स्नेहा 7 जुलाई को लापता हो गई थीं। महरौली थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की गई थी। जांच में सामने आया कि लापता होने से पहले स्नेहा को सिग्नेचर ब्रिज के पास देखा गया था। टैक्सी ड्राइवर और प्रत्यक्षदर्शियों ने भी इसकी पुष्टि की। स्नेहा ने अपने दोस्तों को ईमेल और मैसेज भेजकर आत्महत्या की ओर इशारा किया था।

NDRF और पुलिस ने चलाया था सर्च ऑपरेशन

दिल्ली पुलिस और एनडीआरएफ की टीमों ने स्नेहा की खोज के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया था। अभियान निगम बोध घाट से लेकर नोएडा तक के इलाकों में केंद्रित रहा। रविवार शाम को गीता कॉलोनी फ्लाईओवर के नीचे यमुना नदी में एक शव तैरता हुआ मिला, जिसकी पहचान स्नेहा देबनाथ के रूप में की गई।

मानसिक तनाव में थी स्नेहा

पुलिस को दिए बयान में स्नेहा के दोस्तों ने बताया कि वह पिछले कुछ महीनों से भावनात्मक रूप से परेशान थी। उन्होंने दावा किया कि उसने कई बार तनाव और अकेलेपन की बात कही थी। हालांकि, इस पर अभी और जांच की जा रही है।

परिवार ने उठाए सुरक्षा और निगरानी पर सवाल

स्नेहा के परिवार और दोस्तों ने सिग्नेचर ब्रिज के आसपास की निगरानी व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं। उनके अनुसार, पुल पर लगे सीसीटीवी कैमरे या तो चालू नहीं थे या खराब थे। एक दोस्त ने बताया कि यह इलाका कई पुलिस थानों के अधीन आता है, लेकिन सुरक्षा के नाम पर कोई स्पष्ट व्यवस्था नहीं है।

त्रिपुरा के सीएम ने की थी मदद की अपील

त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने स्नेहा की गुमशुदगी पर पहले ही सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट कर जानकारी दी थी। उन्होंने यह भी बताया था कि स्नेहा राज्य के दक्षिण त्रिपुरा जिले के सबरूम की रहने वाली थीं।
फिलहाल पुलिस मामले की विस्तृत जांच कर रही है। प्राथमिक तौर पर इसे आत्महत्या का मामला माना जा रहा है, लेकिन पुलिस यह भी जांच कर रही है कि स्नेहा को किसी ने उकसाया या किसी प्रकार का दबाव डाला गया था या नहीं। परिवार की ओर से भी मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की गई है।