पूर्व सरकार के स्टाफ को हटाया गया
पूर्व सरकार के कार्यकाल में कई अधिकारियों और कर्मचारियों को विभिन्न बोर्ड और निगमों में प्रतिनियुक्ति पर भेजा गया था। अब रेखा गुप्ता सरकार ने सभी विभागों से पूर्व सरकार के कंट्रैक्ट और निजी स्टाफ की सूची मांगी और उन्हें तुरंत अपने मूल विभागों में लौटने के निर्देश दिए।

हाल ही में, दिल्ली के मुख्य सचिव ने एक नोटिस जारी कर यह आदेश दिया था कि सभी नॉन-ऑफिशियल स्टाफ की सूची मांगी जाए, ताकि उनके बारे में जानकारी प्राप्त की जा सके। केजरीवाल सरकार के दौरान कई विभागों में नॉन-ऑफिशियल स्टाफ की नियुक्तियां की गई थीं, जो अब खत्म कर दी गई हैं।
शपथ ग्रहण और नई कैबिनेट
दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सत्ता में वापसी के बाद रेखा गुप्ता ने मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली। वह दिल्ली की चौथी महिला मुख्यमंत्री बनीं। उनके साथ छह मंत्रियों ने भी शपथ ली, जिनमें परवेश वर्मा, आशीष सूद, मनजिंदर सिंह सिरसा, कपिल मिश्रा, रविंद्र इंद्राज और पंकज सिंह शामिल हैं। यह शपथग्रहण समारोह दिल्ली में एक नया राजनीतिक अध्याय शुरू कर रहा है।
पहली कैबिनेट बैठक के फैसले
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के नेतृत्व में दिल्ली सरकार ने अपनी पहली कैबिनेट बैठक में दो अहम फैसले लिए। सबसे पहले, आयुष्मान योजना को दिल्ली में लागू करने का निर्णय लिया गया। इसके अलावा, CAG (कंट्रोलर एंड ऑडिटर जनरल) की 14 रिपोर्ट को दिल्ली विधानसभा के पहले सत्र में प्रस्तुत करने का भी फैसला लिया गया।
दिल्ली विधानसभा चुनाव के परिणाम
दिल्ली विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने 48 सीटों पर जीत दर्ज की, जबकि आम आदमी पार्टी (AAP) को केवल 22 सीटों पर ही सफलता मिली। इस चुनाव के परिणामों ने दिल्ली की राजनीति में एक बड़ा बदलाव ला दिया है और अब रेखा गुप्ता के नेतृत्व में BJP सरकार ने अपनी कार्यवाहियों की शुरुआत की है।