सरकारी भवन छोड़ आलीशान होटल में कैबिनेट बैठक करने पर कांग्रेस ने मांगा भाजपा से जवाब

Author Picture
By Shivani RathorePublished On: June 14, 2021
narendra saluja

भोपाल : मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने बताया कि कोरोना की इस महामारी के संकट काल में मध्यप्रदेश की कैबिनेट की बैठक आज भोपाल छोड़कर ,लाखों रुपए खर्च कर पिकनिक की तरह सीहोर के एक निजी आलीशान होटल में आयोजित की गयी , जब भोपाल में करोड़ों की सचिवालय बनाया गया है , कई ऐसे सरकारी भवन है , जहां बिना खर्च के यह कैबिनेट बैठक आयोजित की जा सकती थी , तो फिर क्या कारण है कि इसे लाखों रुपए खर्च कर सीहोर में एक निजी आलीशान होटल में पिकनिक की तरह रखी गई ?

मुख्यमंत्री व भाजपा नेतृत्व स्पष्ट करें कि ऐसा करने के पीछे क्या ओचित्य , प्रदेश का इससे क्या फ़ायदा ? क्या पिछली कैबिनेट बैठक के अंदर नर्मदा परियोजना के टेंडर के कमीशन व हिस्से के बँटवारे को लेकर हुए झगड़े सामने आने के कारण इस बैठक को भोपाल से दूर रखा गया ? क्या आज की बैठक में भी कोई बड़ा भ्रष्टाचार का खेल खेला गया , जिसके कारण इस बैठक को भोपाल से दूर रखा गया ?

सलूजा ने बताया वर्तमान में एक तरफ कोरोना महामारी का संकट का दौर चल रहा है ,अभी भी कोरना का डर खत्म नहीं हुआ है , अभी भी हमें संभल कर चलने की आवश्यकता है।बेहतर होता पहले तो यह मीटिंग वर्चुअल तरीके से होती लेकिन यदि उसके बाद भी मिलकर यह बैठक करने की आवश्यकता थी तो यह भोपाल में करोड़ों की लागत से बने वल्लभ भवन व अन्य किसी भी सरकारी भवनों में बिना खर्च के हो सकती थी लेकिन एक तरफ जहाँ मध्यप्रदेश में हजारों लोगों की कोरोना के कारण जान जा चुकी है ,हजारों लोगों ने अपनों को खोया है ,कई लोग आज भी अस्वस्थ होकर जीवन -मृत्यु से संघर्ष कर रहे हैं और ऐसे में संकट के इस दर्दनाक माहौल में भी शिवराज सरकार अपनी कैबिनेट की बैठक भोपाल छोड़कर ,सीहोर के एक आलीशान होटल में लाखों रुपए खर्च कर पिकनिक की तरह आयोजित कर रही है ? भाजपा नेताओं को अभी भी पर्यटन ही सूझ रहा है ?

बड़ा ही शर्मनाक है कि इस बैठक में कोरोना की समीक्षा की बात की जा रही है , कोरोना पर नियंत्रण की चर्चा होने की बात की जा रही है ? इस कैबिनेट बैठक में होने वाले लाखों रुपए के खर्च को बचाकर सरकार इसका उपयोग प्रदेश में बदहाल स्वास्थ्य सेवाओं को सुधारने में लगा सकती थी ,इस अनावश्यक खर्च को बचाया जा सकता था लेकिन जिन्होंने अपने 15 वर्ष के शासनकाल में भी पूर्व में भी करोड़ों रुपए सिर्फ़ अपने प्रचार-प्रसार ,अभियान ,आयोजन और खुद की ब्रांडिंग पर खर्च किए हो ,प्रदेश को दो लाख करोड़ के कर्ज में धकेला हो ,वह यह कैसे कर सकते थे ? उन्हें तो सरकारी पैसे को लुटाने की आदत है ?

सलूजा ने कहा कि मुख्यमंत्री व भाजपा नेतृत्व यह स्पष्ट करें कि भोपाल के सरकारी भवन छोड़कर सीहोर के आलीशान होटल में लाखों रुपए खर्च कर पिकनिक की तरह आयोजिट की गई आज की कैबिनेट की बैठक से ,प्रदेशवासियों को क्या फायदा होगा ,इस बैठक का क्या औचित्य और किस कारण से आज की कैबिनेट की बैठक निजी होटल में आयोजित की गई ?