सीएम मोहन यादव ने किया बड़ा ऐलान, दीपावली के बाद लाड़ली बहनों के खाते में आएंगे 1500 रुपए

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By Raj RathorePublished On: September 26, 2025
Ladli Behna Yojana

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव गुरुवार को सागर जिले की सुरखी विधानसभा क्षेत्र के जैसीनगर पहुंचे। इस अवसर पर उन्होंने खासकर लाड़ली बहनों के लिए एक बड़ी घोषणा की। सीएम ने कहा कि इस साल दीपावली के बाद, भाई दूज से ही लाड़ली बहनों को 1500 रुपये की राशि मिलने शुरू हो जाएगी। यह ऐलान समाज में बहनों के लिए राहत और उत्साह की खबर बन गया है।

लाड़ली बहनों को मिलेगा फायदा


सीएम मोहन यादव ने स्पष्ट किया कि चाहे विपक्ष कुछ भी कहे, उनके निर्देश के अनुसार यह राशि समय पर बहनों के खाते में जमा होगी। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार के पास संसाधन मौजूद हैं और वे लगातार इस योजना के तहत बहनों को वित्तीय सहायता प्रदान करते रहेंगे। इस मौके पर सीएम के शब्दों में यह भी साफ झलकता है कि उनके लिए समाज कल्याण और बहनों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है।

कांग्रेस पर निशाना साधा

इस दौरान सीएम ने विपक्ष पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के लोग केवल गोमांस और गोवंश को लेकर विवाद करते हैं, लेकिन उनकी सरकार ने 2004 के बाद मध्यप्रदेश में गोवंश और गोमाता के संरक्षण के लिए मजबूत कानून लागू किए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि गोमांस और गोवध के मामलों में किसी को परेशानी नहीं हो सकती और सरकार की नीतियों के कारण गोशालाओं की संख्या बढ़ाई गई है।

सिंगल विंडो सिस्टम का शुभारंभ

सीएम ने सिंगल विंडो प्रणाली के शुभारंभ की जानकारी भी दी। उन्होंने कहा कि जैसे अब घर-घर नल से पानी पहुंच रहा है, उसी तरह आने वाले समय में घर-घर गैस लाइन भी पहुंचाई जाएगी। इस सिस्टम के जरिए सभी प्रकार की सरकारी अनुमतियाँ और एनओसी भी आसानी से मिलेंगी। सीएम ने इसे आधुनिक प्रशासनिक प्रक्रिया का उदाहरण बताते हुए बताया कि इससे जनता को कई सुविधाएँ एक ही स्थान से प्राप्त होंगी।

सरकारी योजनाओं और कांग्रेस की आलोचना

सीएम ने आगे कहा कि कांग्रेस पार्टी ने कभी गोवंश संरक्षण, दूध उत्पादन या सरकारी योजनाओं में योगदान नहीं दिया। उन्होंने जोर देकर कहा कि यदि कोई व्यक्ति सरकारी योजनाओं में बाधा डालेगा तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी और वह जेल तक जा सकता है। सीएम ने अपने भाषण में यह भी बताया कि उनकी सरकार ने गोशालाओं के निर्माण और दूध उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए हैं, जिससे किसानों और समाज को फायदा मिल रहा है।