मध्य प्रदेश के उज्जैन स्थित महाकाल मंदिर में एंट्री के लिए नियमों में कुछ बदलाव किये गए हैं। इसके साथ ही भस्म आरती दर्शन व्यवस्था में भी बदलाव किए गए हैं। अब एक खास तरह का बैंड श्रद्धालुओं को एंट्री के लिए पहनना पड़ेगा।
महाकाल मंदिर में दर्शन करने जा रहे शश्रध्हलुओं के लिए एक ख़ास खबर है। बिना अनुमति महाकाल मंदिर के गर्भ गृह में नेताओं के पूजा-पाठ करने पर सवाल उठे थे। अब महाकाल मंदिर में एंट्री के लिए बड़े बदलाव किये गए हैं। भस्म आरती दर्शन व्यवस्था के लिए भी नियम बदले गए हैं।

बता दें की अब श्रद्धालुओं को रेडियो फ्रीक्वेंसी आईडी (RFID) बैंड पहनकर ही आरती में प्रवेश मिलेगा। नवंबर के पहले सप्ताह से ही मंदिर समिति ने नए नियमों को लागू करने की तैयारी शुरू कर दी है। वहीं, इसके लिए टेस्टिंग भी शुरू हो चुकी है।
महाकाल मंदिर के प्रशासक गणेश धाकड़ ने बताया कि आरएफआईडी से भस्म आरती में अनाधिकृत प्रवेश पर रोक तो लगेगी ही, साथ ही ये भी पता लग जाएगा कि कितने भक्तों को आरती में प्रवेश के लिए अनुमति दी गई है? कितने भक्तों ने मंदिर में प्रवेश कर लिया है? उन्होंने यह ही बताया की दौर की एक कंपनी को इसके लिए ठेका दिया गया था। इसके लिए ऐप, कंप्यूटर, स्कैनर आदि अगले हफ्ते तक मंदिर में इंस्टॉल हो जाएंगे।