बुराड़ी एक खुला जेल है इसलिए वहां किसी भी हाल में नहीं जाएंगे: प्रदर्शनकारी किसान

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By Akanksha JainPublished On: November 29, 2020

नई दिल्ली। रविवार को किसान संगठनों ने सरकार के प्रस्ताव को ठुकरा दिया है। साथ ही देश की राजधानी दिल्ली को चारों तरफ से घरने की चेतावनी देते हुए कहा कि वह बिना किसी शर्त के साथ सरकार से बातचीत करना चाहते हैं। दरअसल, किसान संगठनों ने सिंघु बॉर्डर पर संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सर्वसम्मति से सरकार के प्रस्ताव को ठुकराने का निर्णय लिया गया है।

उन्होंने कहा कि, बुराड़ी का मैदान आंदोलन की जगह नहीं है बल्कि एक खुला जेल है इसलिए वहां किसी भी हाल में नहीं जाएंगे। शर्तों के साथ किसी भी सूरत में बातचीत नहीं होगी। उन्होंने कहा कि, उनके पास चार महीनों का राशन समेत सारे इंतेजाम हैं। बता दे कि, आने वाले दिनों में दिल्ली के पांच महत्वपूर्ण आने जाने वाले रास्तों को पूरी तरह से जाम किया जाएगा। वही पंजाब में किसान पिछले दो महीने से संघर्ष कर रहे हैं और पिछले चार दिनों से दिल्ली चलो अभियान के तहत किसान विभिन्न रास्तों से दिल्ली की ओर बढ़ रहे हैं।

वही, किसान नेताओं ने साफ-साफ़ कहा कि, किसी भी राजनीतिक दल के नेताओं को मंच पर अनुमति नहीं दी जाएगी। किसानों का आरोप है कि सरकार ने उनकी मांगों और सवालों पर कोई ध्यान नहीं दिया है। किसान संगठनों का कहना है कि, अगर सरकार किसानों की मांगों को सम्बोधित करने पर गम्भीर है तो उसे शर्तें लगानी बंद कर देनी चाहिए।