बहुत काम ऐसे लोग होते है जो बहुत ही छोटी उम्र में ही बहुत बड़े बड़े मुकाम हासिल कर लेते है। उन्ही कुछ लोगो में शामिल है भारत के इस महान और ताबड़तोड़ बल्लेबाज का नाम। इस क्रिकेटर ने बहुत ही काम समय में अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट में अपना नाम बनाया और फिर जल्दी यह नाम कहीं खो भी गया।

हम बात कर रहे भारत के सलामी बल्लेबाज और विकेट टेकर बॉलर इरफान पठान की। जिन्होंने अपने अंडर 19 क्रिकेट में एक पारी में 9 विकेट लेकर सबका ध्यान अपनी तरफ केंद्रित किया। इसके बाद इरफान को राष्ट्रीय टीम में जगह मिल गई। इरफान ने मात्र 19 वर्ष में ऑस्ट्रेलिया का दौरा किया और गिलक्रिस्ट और हेडेन जैसे खतरनाक बल्लेबाजों के सामने अच्छा प्रदर्शन करते हुए भारत को जीत दिलाई। सीरीज में इरफान ने अपने चयन को सही साबित किया इसके बाद वो 2006 तक नियमित खिलाडी बन गए।
ऐसा लगता था कि कपिल देव के बाद इरफ़ान पठान ही ऑलराउंडर बन कर उस जगह को भरेंगे लेकिन इस आल राउंडर बनने के कारण उनका करियर खत्म हो गया। इरफान उस दौरान गेंदबाजी से ज्यादा बल्लेबाजी पर ध्यान देने लगे। जिस गेंदबाजी के दम पर वह टीम में शामिल हुए थे। जिस स्विंग गेंदबाजी के कारण उन्हें स्विंग का सुलतान कहा जाता था। वह भी गेंदबाजी से नदारद हो गई।









