मध्यप्रदेश के यात्रियों के लिए बड़ी खुशखबरी है। प्रदेश सरकार अब एयर कनेक्टिविटी को मजबूत बनाने जा रही है। इसके तहत राज्य से देश के 16 बड़े शहरों और छह अंतरराष्ट्रीय शहरों तक सीधी उड़ानों की शुरुआत की जाएगी। इस योजना के पीछे सरकार का मकसद न सिर्फ व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा देना है, बल्कि मध्यप्रदेश को एयर ट्रैवल के लिहाज़ से देश के प्रमुख केंद्रों में शामिल करना भी है। यदि सब कुछ योजना के मुताबिक रहा तो इस साल से ही जम्मू, चेन्नई, चंडीगढ़, त्रिवेंद्रम, तिरुपति, पोर्ट ब्लेयर और गोवा जैसे शहरों के साथ-साथ सिंगापुर, बैंकॉक और क्वालालंपुर के लिए उड़ानें शुरू हो सकती हैं।
मुख्यमंत्री मोहन यादव का बड़ा कदम
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने राज्य में एविएशन सेक्टर को मजबूत करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। उनके आदेश पर एविएशन डायरेक्टोरेट ने विभिन्न एयरलाइन कंपनियों से नए रूट्स के लिए प्रस्ताव मांगे हैं। एविएशन कमिश्नर चंद्रमौलि शुक्ला ने बताया कि कंपनियों को 15 सितंबर तक अपने प्रस्ताव जमा करने होंगे। खास बात यह है कि सरकार ने एयरलाइंस को यह भी छूट दी है कि वे तय शहरों के अलावा अपनी पसंद के अन्य रूट्स और गंतव्य भी सुझा सकते हैं।
इंदौर बनेगा सबसे बड़ा हब
मध्यप्रदेश में वर्तमान में आठ एयरपोर्ट हैं — इंदौर, भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर, रीवा, सतना, खजुराहो और दतिया। इसके अलावा 20 एयर स्ट्रिप्स भी मौजूद हैं। इनमें से सबसे ज्यादा उड़ानों का संचालन इंदौर से होता है। यहां से दिल्ली, मुंबई, बेंगलूरु, हैदराबाद, पुणे, रायपुर, अहमदाबाद, गोवा, चेन्नई, जयपुर, कोलकाता, जोधपुर, जबलपुर, लखनऊ, नागपुर, भुवनेश्वर और जम्मू तक सीधी फ्लाइट्स हैं। साथ ही, इंदौर से शारजाह (यूएई) के लिए अंतरराष्ट्रीय उड़ान भी संचालित हो रही है। जबकि भोपाल एयरपोर्ट की कनेक्टिविटी फिलहाल दिल्ली, मुंबई, बेंगलूरु, हैदराबाद, अहमदाबाद, पुणे, जबलपुर और रायपुर तक ही सीमित है।
एयरलाइन कंपनियों को मिलेगा इंसेंटिव
प्रदेश सरकार ने एयरलाइंस कंपनियों को प्रोत्साहन देने के लिए विशेष इंसेंटिव पॉलिसी तैयार की है। इस योजना के तहत सरकार कंपनियों को वायबिलिटी गैप फंडिंग (VGF) देगी। यह फंडिंग प्रति राउंड ट्रिप के आधार पर दी जाएगी। उदाहरण के तौर पर, 750 किलोमीटर तक की घरेलू उड़ान के लिए प्रति किलोमीटर एक हजार रुपए की दर से सहायता मिलेगी, लेकिन यह राशि अधिकतम 7.50 लाख रुपए तक होगी। वहीं, 750 किलोमीटर से ज्यादा दूरी की उड़ानों के लिए अधिकतम 10 लाख रुपए दिए जाएंगे।
अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए अलग पैकेज
विदेशी रूट्स पर उड़ानें शुरू करने वाली कंपनियों को भी सरकार की ओर से आर्थिक मदद दी जाएगी। 1000 किलोमीटर तक की अंतरराष्ट्रीय उड़ान पर एक हजार रुपए प्रति किलोमीटर का इंसेंटिव मिलेगा, जिसकी सीमा अधिकतम 10 लाख रुपए प्रति राउंड ट्रिप तय की गई है। जबकि 1000 किलोमीटर से अधिक दूरी की उड़ानों के लिए एयरलाइंस को अधिकतम 15 लाख रुपए तक का इंसेंटिव दिया जाएगा। सरकार का मानना है कि इस कदम से कंपनियों को नए रूट शुरू करने में आर्थिक बोझ कम होगा और यात्रियों को सीधी कनेक्टिविटी का फायदा मिलेगा।
किन-किन शहरों तक उड़ानें होंगी शुरू
नई योजना के तहत मध्यप्रदेश से जिन भारतीय शहरों तक सीधी उड़ानें शुरू करने का प्रस्ताव है, उनमें — लखनऊ, वाराणसी, पटना, जम्मू, कोलकाता, चेन्नई, जयपुर, गोवा, भुवनेश्वर, बागडोगरा, कोच्चि/त्रिवेंद्रम, तिरुपति, पोर्ट ब्लेयर, रांची, अमृतसर और चंडीगढ़ शामिल हैं। वहीं, अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में सिंगापुर, क्वालालंपुर (मलेशिया), बैंकॉक (थाइलैंड), जेद्दा (सऊदी अरब), अबू धाबी और दुबई (यूएई) को जोड़े जाने की योजना है।